C. V. Raman Quotes: नोबेल विजेता सर सी. वी. रमन के 10 अनमोल विचार, जो आपको प्रेरित करेंगे

C. V. Raman Quotes: आज 28 फरवरी को भारत में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस (NSD) के रूप में मनाया जाता है. इस दिन को सर सी.वी. रमन के महान योगदान के रूप में मनाया जाता है. इस लेख के माध्यम से जानिए उनके 10 अनमोल अनुभवों के बारे में.

By Govind Jee | February 28, 2025 9:58 AM
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C. V. Raman Quotes: आज यानी 28 फरवरी को भारत में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस (NSD) के रूप में मनाया जाता है. राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 2024 का विषय ‘विकसित भारत के लिए स्वदेशी प्रौद्योगिकी’ है. यह दिन सर सी.वी. रमन द्वारा की गई ‘रमन प्रभाव’ की खोज का सम्मान करता है, जिसके लिए उन्हें नोबेल पुरस्कार मिला था.

राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद (एनसीएसटीसी) ने 1986 में भारत सरकार से 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस घोषित करने का अनुरोध किया था. सरकार ने इस अनुरोध को स्वीकार कर लिया और तब से 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के रूप में मनाया जाता है. आइये जानते हैं नोबेल पुरस्कार विजेता सी.वी. रमन के 10 अनमोल विचार जो आपको जीवन के हर पहलू में प्रेरित करेंगे.

C. V. Raman Quotes: नोबेल विजेता सी. वी. रमन के 10 अनमोल विचार

  • गलतियों से सबक लेने के महत्व पर: “मैं अपनी असफलता का खुद ही जिम्मेदार हूँ। अगर मैं कभी असफल नहीं हुआ तो मैं कैसे सीख सकता हूँ?
  • वैज्ञानिक उन्नति के वास्तविक अर्थ पर: “विज्ञान का सार स्वतंत्र सोच, कड़ी मेहनत है, उपकरण नहीं.”
  • जीवन भर जिज्ञासा को बढ़ावा देना: “सत्य और सौंदर्य की खोज एक ऐसी गतिविधि है जिसमें हमें जीवन भर बच्चे बने रहने की अनुमति है।” जीवन भर जिज्ञासा को बढ़ावा देना.
  • “हर महान खोज एक विचार से शुरू होती है, जिसे अज्ञात में गहराई तक जाने के जुनून द्वारा पोषित किया जाता है.”
  • “सुंदरता को देखना ही पर्याप्त नहीं है; इसके पीछे छिपे वैज्ञानिक सिद्धांतों को भी समझना चाहिए.”
  • “विज्ञान को प्रयोगशाला की चारदीवारी तक सीमित नहीं रखना चाहिए, बल्कि हमारे जीवन के सभी पहलुओं में व्याप्त होना चाहिए.”
  • “सच्चा ज्ञान रटने से नहीं, बल्कि जिज्ञासा और खोज करने की इच्छा से प्राप्त होता है.”
  • “सबसे अच्छे वैज्ञानिक वे होते हैं जो अपने विचारों की क्षमता पर विश्वास करते हैं, तब भी जब दुनिया उन पर संदेह करती है.”
  • “सफलता आपके सामने मौजूद कार्य के प्रति साहसी समर्पण से आ सकती है.”
  • “किसी राष्ट्र की असली संपत्ति उसके संचित सोने में नहीं, बल्कि उसके लोगों की बौद्धिक और शारीरिक शक्ति में निहित होती है.”

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