ब्रह्मांड में कई ऐसी चीजे हैं, जिसे हमें समझने के लिए रिसर्च करने की जरूरत पड़ती है. इंसान हर चीज की खोज करता रहता है. आज हम वैज्ञानिकों की ऐसी रिसर्च पर बात करेंगे, जिससे हमें पता चलेगा कि एक इंसान सौर मण्डल के किसी गृह पर कितनी ऊंचाई तक जंप यानी छलांग लगा सकता है.
आपको बता दें अलग-अलग ग्रहों पर इंसान के छलांग की ऊंचाई अलग-अलग होती है, क्योंकि किसी ग्रह पर छलांग की ऊंचाई ग्रह की सतह के गुरुत्वाकर्षण पर निर्भर करती है. इसके कारण इंसान का वजन उस ग्रह के गुरुत्वाकर्षण के मुताबिक अलग-अलग होता है, हालांकि उसका द्रव्यमान नहीं बदलता है.
इंसान अपनी पृथ्वी पर औसत 0.45 मीटर यानि डेढ़ फुट की छलांग लगा सकता है.
How high a human being could jump on different worlds in the solar system. pic.twitter.com/HqtLIBlJyM
— Curiosity (@MAstronomers) May 15, 2024
हालांकि बृहस्पति ग्रह पर आपको वैसी ही छलांग लगाने के लिए अधिक ताकत की आवश्यकता होगी. क्योंकि बृहस्पति पृथ्वी से 300 गुना भारी है, इसी वजह से वहां गुरुत्वाकर्षण शक्ति ज्यादा है. वहां आप 0.17 मीटर (आधा फुट) तक ही कूद पाएंगे.
How high a human being could jump on different worlds in the solar system. pic.twitter.com/HqtLIBlJyM
— Curiosity (@MAstronomers) May 15, 2024
जब आप नेपच्यून गृह पर छलांग लगाएंगे तो ऊंचाई थोड़ी बढ़ जाती है, लेकिन फिर भी यह पृथ्वी पर आपकी छलांग की ऊंचाई से कम होगी. वहां एक इंसान 0.39 मीटर (1.2 फुट) की छलांग लगा सकता है.
How high a human being could jump on different worlds in the solar system. pic.twitter.com/HqtLIBlJyM
— Curiosity (@MAstronomers) May 15, 2024
शुक्र ग्रह पर बिना ज्यादा शारीरिक बल के इंसान 0.49 मीटर (1.6 फुट) ऊंची छलांग लगा सकता है.
How high a human being could jump on different worlds in the solar system. pic.twitter.com/HqtLIBlJyM
— Curiosity (@MAstronomers) May 15, 2024
यूरेनस और शनि गृह पर भी शुक्र की तरह ही इंसान 0.49 मीटर (1.6 फुट) की ऊंची छलांग लगा सकता है.
How high a human being could jump on different worlds in the solar system. pic.twitter.com/HqtLIBlJyM
— Curiosity (@MAstronomers) May 15, 2024
मंगल ग्रह पर कूदना आपको एक बास्केटबॉल खिलाड़ी जैसा महसूस कराएगा, जो पृथ्वी के आकार का आधा है और जिसका द्रव्यमान पृथ्वी का 15% है. वहां इंसान 1.18 मीटर (3.8 फुट) की छलांग लगा सकता है. बुध गृह के लिए भी मान समान है.
How high a human being could jump on different worlds in the solar system. pic.twitter.com/HqtLIBlJyM
— Curiosity (@MAstronomers) May 15, 2024
How high a human being could jump on different worlds in the solar system. pic.twitter.com/HqtLIBlJyM
— Curiosity (@MAstronomers) May 15, 2024
प्लूटो पर, आप उसी बल से छलांग लगाकर ग्रह को ऊंचाई से देख सकते हैं, क्योंकि इस बौने ग्रह पर आप 7.11 मीटर (23.3 फुट) तक की छलांग आसानी से लगा सकते हैं.
मंगल और बृहस्पति के बीच क्षुद्रग्रह बेल्ट में बौने ग्रह सेरेस पर आपकी छलांग 15.75 मीटर (51.6 फुट) ऊंची हो जाती है.
यूरेनस के चंद्रमा मिरांडा पर आपकी छलांग 57 मीटर (187 फुट) हो जाएगी.
फोबोस पर कूदने से पहले दो बार आपको दो बार सोचना होगा, क्योंकि ऐसी संभावना है कि आप वापस नहीं नीचे नहीं आ पाएंगे. ऐसा इसलिए क्योंकि फोबोस पर आपकी छलांग 773 मीटर (2536 फुट) ऊंची हो जाती है.
वहीं बात करें सौर्य मण्डल के सबसे बड़े पिंड सूर्य की तो, इसपर कूदने के लिए सोचना का ख्याल ही मन से निकाल देना बेहतर होगा क्योंकि इस पर कूदना असंभव है.
किस ग्रह पर इंसान सबसे ऊँची छलांग लगा सकता है?
इंसान प्लूटो पर 7.11 मीटर (23.3 फुट) तक की छलांग लगा सकता है, जो कि सबसे ऊँची ऊँचाई है।
गुरुत्वाकर्षण का प्रभाव इंसान की छलांग पर कैसे पड़ता है?
ग्रहों की सतह पर गुरुत्वाकर्षण की शक्ति के अनुसार इंसान की छलांग की ऊँचाई बदलती है। जैसे कि बृहस्पति पर गुरुत्वाकर्षण अधिक है, इसलिए वहाँ इंसान केवल 0.17 मीटर (आधा फुट) की छलांग लगा सकता है।
मंगल ग्रह पर इंसान कितनी ऊँचाई तक कूद सकता है?
मंगल ग्रह पर इंसान 1.18 मीटर (3.8 फुट) की छलांग लगा सकता है, जो पृथ्वी की तुलना में काफी अधिक है।
फोबोस पर छलांग लगाना कितना जोखिम भरा है?
फोबोस पर आपकी छलांग 773 मीटर (2536 फुट) तक पहुँच सकती है, लेकिन यह जोखिम भरा है क्योंकि आपको वापस नीचे आने में कठिनाई हो सकती है।
कौन सा ग्रह कूदने के लिए असंभव है?
सूर्य पर कूदना असंभव है, इसलिए इस पर कूदने का सोचना भी नहीं चाहिए।
ये भी पढ़ें: ब्रह्माण्ड स्वयं को क्यों खंडित कर रहा है ? हमारी सोच से कहीं अधिक जटिल हो सकती है डार्क एनर्जी – रिसर्च
कितने साल में बना था लाल किला? जानिए शाहजहां के इस सपने पर कितना खर्च हुआ था
बादल फटते ही क्यों बह जाती हैं जिंदगियां? जानिए कितने लीटर पानी लाता है एक Cloudburst
Partition 1947: बंटवारे के समय कितने हिंदू पहुंचे पाकिस्तान और कितने मुसलमान रह गए भारत में? आंकड़े हैरान कर देंगे
लाल किले पर ही क्यों फहराया जाता है तिरंगा? 15 अगस्त से पहले जानें 1947 से आज तक की कहानी