International Sports Day 2025: थीम क्या है?
इस साल यानी 2025 में इस दिन की थीम है, “खेल के मैदान को बराबर बनाना, सभी को साथ लेकर चलना.” इसका मतलब है कि खेल ऐसा होना चाहिए जिसमें कोई भेदभाव न हो, न जाति, न धर्म, न लिंग और न ही किसी की आर्थिक स्थिति के आधार पर. हर किसी को खेलने और आगे बढ़ने का समान मौका मिलना चाहिए.
भारत में खेलों की भूमिका
भारत में क्रिकेट, कबड्डी और हॉकी जैसे खेलों ने लोगों को आपस में जोड़ा है. देश भर से खिलाड़ी आकर देश का नाम रोशन कर रहे हैं. सरकार खेलों को गांव-गांव तक पहुंचाने के लिए ‘खेलो इंडिया’, टॉप्स योजना और फिट इंडिया मूवमेंट जैसे कार्यक्रम चला रही है. खेल प्रतिभाओं की पहचान कर उन्हें प्रशिक्षण और सहायता दी जा रही है। राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों और कल्याण कोष के माध्यम से खिलाड़ियों को सम्मानित किया जा रहा है. इन प्रयासों का उद्देश्य हर खिलाड़ी को आगे बढ़ने का अवसर देना है.
क्या सिखाता है ये दिन?
अंतर्राष्ट्रीय खेल दिवस 2025 हमें सिखाता है कि खेल केवल मनोरंजन के लिए नहीं हैं, बल्कि समाज में समानता और भाईचारे को बढ़ावा देने के लिए भी महत्वपूर्ण हैं. इसलिए हम सभी को खेलों के माध्यम से एक बेहतर और समावेशी समाज का निर्माण करना चाहिए. जैसा कि नेल्सन मंडेला ने कहा था, “खेल में दुनिया को बदलने की ताकत है. इसमें लोगों को प्रेरित करने की ताकत है. इसमें लोगों को एकजुट करने की ताकत है, जैसी ताकत बहुत कम चीजों में होती है.”
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