अब सवाल उठता है कि क्या ऐसा ही कोई नियम पड़ोसी देश पाकिस्तान में भी लागू है? आइए जानते हैं वहां क्या नियम हैं पेट्रोल और डीजल वाहनों को लेकर.
पाकिस्तान में क्या है नियम?
पाकिस्तान में फिलहाल पुराने वाहनों को लेकर दिल्ली जैसी सख्ती तो नहीं है, लेकिन वहां भी कुछ सामान्य दिशा-निर्देश हैं जो वाहनों की उम्र से जुड़े हैं. पाकिस्तान सरकार के अनुसार, 15 साल से ज्यादा पुरानी पेट्रोल कारें और 10 साल से पुरानी डीजल कारें “एंड ऑफ लाइफ व्हीकल” मानी जाती हैं. यानी, इन्हें सार्वजनिक सड़कों पर चलाने की अनुमति नहीं होती. यह नियम पूरे पाकिस्तान में लागू होता है, भले ही वाहन की फिटनेस अच्छी क्यों न हो.
महंगाई ने बढ़ाई मुश्किलें, इलेक्ट्रिक की ओर रुख
पाकिस्तान पहले से ही महंगाई की मार झेल रहा है. वहां पर पेट्रोल-डीजल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं. जरूरी चीजें जैसे आटा, चावल, दाल और गैस सिलेंडर आम लोगों की पहुंच से बाहर हो चुके हैं. इन हालातों में अब लोग इलेक्ट्रिक और CNG गाड़ियों की ओर रुख करने लगे हैं.
पाकिस्तान सरकार भी अब धीरे-धीरे इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने पर विचार कर रही है, ताकि ईंधन की लागत और वायु प्रदूषण—दोनों पर काबू पाया जा सके.
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