General Knowledge: एस्ट्रोनॉट्स का वजन अंतरिक्ष में क्यों हो जाता है कम? वजह जानकर चौंक जाएंगे

General Knowledge: क्या आप जानते हैं कि अंतरिक्ष में एस्ट्रोनॉट्स का वजन कम हो जाता है? इसका कारण है जीरो ग्रैविटी, भूख न लगना और हड्डियों की कमजोरी. जानिए क्यों होता है ऐसा और एस्ट्रोनॉट्स खुद को फिट रखने के लिए क्या करते हैं.

By Pushpanjali | July 1, 2025 2:14 PM
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General Knowledge: अंतरिक्ष में जाना हर किसी का सपना होता है. वहां रहना जितना रोमांचक लगता है, असलियत में उतना ही चुनौती भरा भी होता है. एस्ट्रोनॉट्स को स्पेस में सिर्फ तकनीकी नहीं, बल्कि शारीरिक परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है. सबसे आम और चौंकाने वाला बदलाव है — वजन का तेजी से कम होना. लेकिन आखिर क्यों घटता है वजन? और कैसे होता है शरीर पर असर? चलिए, इस रोचक साइंस को आसान भाषा में समझते हैं.

क्यों कम होता है वजन?

अंतरिक्ष में गुरुत्वाकर्षण नहीं होता है. ऐसे में खाने की खुशबू नाक तक नहीं पहुंचती, जिससे भूख कम लगती है. स्पेस मोशन सिकनेस यानी उलझन जैसा महसूस होना भी एक कारण है कि एस्ट्रोनॉट्स ज्यादा खाना नहीं खा पाते. यही वजह है कि उनका वजन धीरे-धीरे घटने लगता है.

शरीर पर और क्या असर होता है?

  • गुरुत्वाकर्षण के अभाव में हड्डियों और मांसपेशियों को वजन सहने की जरूरत नहीं पड़ती, जिससे वे धीरे-धीरे कमजोर होने लगती हैं.
  • एस्ट्रोनॉट्स की हड्डियों का घनत्व (bone density) कम हो जाता है और शरीर में कमजोरी महसूस होती है.
  • आंखों की रोशनी पर असर पड़ता है, दिल की कार्यप्रणाली, और इम्यून सिस्टम भी प्रभावित होता है.

कैसे रखते हैं खुद को फिट?

इन दिक्कतों से बचने के लिए एस्ट्रोनॉट्स को रोजाना करीब दो घंटे वर्कआउट करना होता है. इसके साथ ही उन्हें संतुलित और खास डाइट दी जाती है, जिससे कि उनका शरीर कमजोर न हो और वह अपने मिशन को पूरा कर सकें.

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