ऐसी रही है सफलता की यात्रा (Youngest PhD Holder Naina Jaiswal)
रिपोर्ट्स के मुताबिक, नैना जायसवाल हैदराबाद की रहने वाली हैं. नैना के माता-पिता ने उन्हें होमस्कूलिंग का विकल्प दिया, जिससे वह पढ़ाई और खेल दोनों में संतुलन बना सकीं. नैना ने 8 वर्ष की उम्र में ही 10वीं की परीक्षा पास कर इतिहास रच दिया था. इसके बाद उन्होंने मास कम्युनिकेशन और जर्नलिज्म की डिग्री हासिल की. 15 की उम्र में उन्होंने हैदराबाद की उस्मानिया यूनिवर्सिटी से पाॅलिटिकल साइंस में मास्टर्स किया. उनके पास कानून की डिग्री भी है.
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कब शुरू की PhD की पढ़ाई? (Youngest PhD Holder Naina Jaiswal)
17 की उम्र में नैना ने PhD की पढ़ाई शुरू कर दी थी और 22 में वह भारत की सबसे कम उम्र की PhD धारक महिला भी बन गईं. उन्होंने अपने रिसर्च सब्जेक्ट में महिला सशक्तिकरण में माइक्रोफाइनेंस के योगदान के बारे में बताया. पढ़ाई के अलावा नैना एक स्पोर्ट एथलीट हैं और वह टेबल टेनिस खिलाड़ी के तौर पर नेशनल और दक्षिण एशियाई चैंपियन रह चुकी हैं.
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डॉ. नैना जायसवाल: अद्वितीय उपलब्धियां (Youngest PhD Holder).
Youngest PhD Holder Naina Jaiswal की उपलब्धियां इस प्रकार हैं-
- 8 वर्ष की उम्र में 10वीं कक्षा उत्तीर्ण की
- 10 वर्ष की उम्र में इंटरमीडिएट (12वीं) की परीक्षा पास की
- 13 वर्ष की उम्र में सेंट मैरी कॉलेज, हैदराबाद से पत्रकारिता और मास कम्युनिकेशन में स्नातक की डिग्री प्राप्त की
- 15 वर्ष की उम्र में उस्मानिया विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की, जिससे वह एशिया की सबसे कम उम्र की पोस्टग्रेजुएट बनीं
- 17 वर्ष की उम्र में पीएचडी की पढ़ाई शुरू की और 22 वर्ष की उम्र में भारत की सबसे कम उम्र की महिला पीएचडी धारक बनीं.
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