भ्रष्टाचार का खुलासा, 1300 करोड़ की रिश्वतखोरी की जांच
NMC का यह फैसला ऐसे समय आया है जब देश में मेडिकल कॉलेजों से जुड़े बड़े भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है. CBI ने हाल ही में 1300 करोड़ रुपये के घोटाले का भंडाफोड़ किया है, जिसमें स्वास्थ्य मंत्रालय के अफसरों, पांच डॉक्टरों समेत कुल 34 लोगों पर मामला दर्ज किया गया है.
जांच में सामने आया है कि 40 से अधिक मेडिकल कॉलेजों ने फर्जी दस्तावेज, गलत निरीक्षण रिपोर्ट और रिश्वत के माध्यम से मान्यता प्राप्त की थी. हवाला के जरिए रिश्वत का लेनदेन हुआ और बिचौलियों ने पूरे नेटवर्क को संभाला.
छात्रों के भविष्य पर संकट
इस घोटाले और NMC की रोक का सीधा असर उन छात्रों पर पड़ेगा, जो NEET UG 2025 के माध्यम से एमबीबीएस या पीजी कोर्स में प्रवेश लेने की योजना बना रहे थे. अब जब सीटों में कोई बढ़ोतरी नहीं होगी, तो प्रतिस्पर्धा और भी कठिन हो जाएगी.
विशेषज्ञों का मानना है कि पारदर्शिता और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए NMC का यह कदम जरूरी था, लेकिन इसकी कीमत छात्रों को चुकानी पड़ रही है.
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