Success Story of IAS Divya Tanwar: दिव्या तंवर की कहानी
दिव्या की कहानी गरीबी, संघर्ष, प्रेरणा और सफलता को दर्शाती है. दिव्या तंवर का जन्म हरियाणा के महेन्द्रगढ़ जिले में हुआ है. जब दिव्या बहुत छोटी थीं तभी उनके पिता का निधन हो गया था. पिता के निधन के बाद उनकी माता बबीता तंवर ने मजदूरी करके बेटी को पढ़ाया.
पढ़ाई में अव्वल
दिव्या तंवर शुरू से पढ़ाई में काफी तेज रही हैं. उनकी स्कूलिंग नवोदय विद्यालय से हुई है. स्कूलिंग खत्म होने के बाद दिव्या ने गवर्नमेंट वीमेंस कॉलेज, महेन्द्रगढ़ से बीएससी की डिग्री हासिल की. ग्रेजुएशन के साथ ही दिव्या का मन सिविल सर्विस में जाने का हुआ.
ये भी पढ़ें: यूपीएससी सिविल सर्विस की लिस्ट जारी, देश को मिले 180 IAS, जानें कितने होंगे IPS ऑफिसर
UPSC की तैयारी
शुरू से पढ़ाई में अव्वल दिव्या तंवर ने कॉलेज खत्म होने के साथ ही UPSC परीक्षा की तैयारी में लग गईं. इस दौरान साल 2021 की सिविल सर्विस परीक्षा में दिव्या तंवर को रैंक 438 प्राप्त हुआ. उन्होंने महज 21 साल की उम्र में ही यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा क्रैक करके इतिहास रच दिया था.
बनीं आईएएस ऑफिसर
आईपीएस की ट्रेनिंग के दौरान ही दिव्या तंवर ने दोबारा सिविल सर्विस की परीक्षा दी. इस बार उन्हें रैंक 105 प्राप्त हो गया. दूसरी सफलता के बाद उनका चयन आईएएस ऑफिसर के पद पर हुआ. दिव्या तंवर पूरे देश के लिए एक मिसाल बन गई हैं.
यह भी पढ़ें- Top BTech Branches 2025: बीटेक में एडमिशन से पहले जान लें कौन सी ब्रांच हैं बेस्ट? दिलाएंगी करोड़ों का पैकेज