गुलजार यानी एक बेहद संजीदा इंसान, शायर, कवि और गीतकार. लेकिन इनकी यह पहचान आज है, वास्तव में गुलजार के जीवन का सफर एक कार मैकेनिक के रूप में शुरू हुआ था.गुलजार के गीतों में इतनी विविधता है कि कोई भी आश्चर्यचकित हो सकता है. उन्होंने मेरा गोरा अंग ले ले, हमने देखी है इन आंखों में महकती खुशबू लिखा, तो कजरारे-कजरारे और बीड़ी जलाये ले भी उन्होंने लिखा. तुझसे नाराज नहीं जिंदगी जैसे संजीदा गीत लिखे तो जंगल-जंगल बात चली है भी लिखा. सफेद कुर्ता पायजामा और टेनिस के शौकीन बहुत ही नरमदिल इंसान हैं हम सबके बेहद अजीज गुलजार साहब.
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