Elvish Yadav के पिता ने कर दिया बेटे का सिस्टम हैंग, बोले- महंगी गाड़ियां और अपार्टमेंट…
Elvish Yadav: यूट्यूबर और बिग बॉस ओटीटी 2 विजेता एल्विश यादव को सांप के जहर को लेकर चल रहे विवाद में गिरफ्तार कर लिया गया है. यूट्यूबर को 17 मार्च से 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. अब उनके माता-पिता ने इसपर रिएक्ट किया है.
By Ashish Lata | March 20, 2024 4:34 PM
Elvish Yadav: बिग बॉस ओटीटी 2 के विनर एल्विश यादव को पिछले हफ्ते सांप के जहर मामले में नोएडा पुलिस ने गिरफ्तार किया था. यूट्यूबर को 14 दिन की हिरासत में लिया गया है और अब इस मामले में और भी गिरफ्तारियां हुई हैं. एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार ”नोएडा पुलिस ने ईश्वर और विनय नाम के दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है. दोनों हरियाणा के रहने वाले हैं.”
एल्विश ने अपने गुनाह कबूल नहीं किया है. द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, “पूछताछ के दौरान, यूट्यूबर ने अपराध स्वीकार नहीं किया. लेकिन बहुत सारे सबूत हैं. उनके लिए, यह ‘स्वैग’ या ‘भौकाल’ की छवि पेश करने के बारे में था.
अब एल्विश यादव के माता-पिता ने अपने बेटे को लेकर सनसनीखेज खुलासा किया है. आजतक से बातचीत में, उन्होंने कहा कि एल्विश के पास व्लॉग्स में दिखाई गई मर्सिडीज और पोर्श जैसी हाई-एंड कारें नहीं है.
यूट्यूबर के पिता, रामवतार यादव ने बताया, “वह अपने यूट्यूब वीडियो में अपने स्टंट दिखाने के लिए पुरानी कारों को किराए पर लेता था और उन्हें अपनी नई कारों के रूप में दिखाता था.”
एल्विश के पिता ने बताया कि उनका बेटा अक्सर वीडियो शूट के लिए दोस्तों से कार उधार लेता है, उन्हें वापस करने से पहले वह उसका यूज किया करता है.
इसके अलावा, एल्विश यादव के माता-पिता ने अपने बेटे के पास किसी भी संपत्ति के मालिक होने की बात को भी खारिज किया. उन्होंने कहा कि मेरे बेटे के पास कोई जमीन या भी अपार्टमेंट नहीं है. दुबई भी कोई प्रोपर्टी नहीं है.
उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि एल्विश यादव मुख्य रूप से अपने यूट्यूब चैनल और जैकेट की ऑनलाइन बिक्री से कमाई करते हैं. बता दें कि बिग बॉस के बाद एल्विश की पॉपुलैरिटी दिनों-दिन बढ़ गई. फैंस उनकी एक झलक पाने के लिए बेताब रहते हैं.
एल्विश यादव पर नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट के तहत आरोप लगाए जाएंगे. धारा 29 के तहत कानून दवाओं की खरीद और बिक्री से संबंधित है. बताया गया है कि इस कानून के तहत जमानत मिलना कठिन है.