Rajiv Kapoor Birth Anniversary: राज कपूर के बेटे राजीव की अधूरी कहानी, फिल्मों में असफलता, रिश्तों में कड़वाहट
राजीव कपूर, जिन्हें प्यार से चिंपू कहा जाता था, का फिल्मी करियर खासा सफल नहीं रहा. 'राम तेरी गंगा मैली' के बाद उन्हें वह सफलता नहीं मिल पाई जिसकी उम्मीद थी. आइये आज उनके जन्मदिन पर उनकी जिंदगी से जुड़े पहलुओं पर नजर डालते है.
By Sahil Sharma | August 25, 2024 10:06 AM
Rajiv Kapoor Birth Anniversary : राजीव कपूर, जिन्हें प्यार से चिंपू भी कहा जाता था, बॉलीवुड के मशहूर कपूर खानदान से ताल्लुक रखते थे। उनका जन्म 25 अगस्त 1962 को हुआ था। वह राज कपूर के सबसे छोटे बेटे थे और एक्टर, डायरेक्टर, और प्रोड्यूसर के तौर पर जाने जाते थे। राजीव ने अपने करियर की शुरुआत 1983 में फिल्म ‘एक जान हैं हम’ से की थी, लेकिन असली पहचान उन्हें अपने पिता राज कपूर की फिल्म ‘राम तेरी गंगा मैली’ से मिली।
राम तेरी गंगा मैली और राजीव का संघर्ष
1985 में आई फिल्म ‘राम तेरी गंगा मैली’ ने बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा दिया. यह फिल्म उस समय की सबसे बड़ी हिट साबित हुई, लेकिन इसके बावजूद राजीव कपूर को वह सफलता नहीं मिली जिसकी उम्मीद थी. फिल्म की लाइमलाइट में एक्ट्रेस मंदाकिनी रहीं और राजीव को वह पहचान नहीं मिल पाई, जो एक लीड एक्टर को मिलनी चाहिए थी. राजीव को इस बात का मलाल था कि उनके पिता ने उन्हें फिल्म में ठीक से पेश नहीं किया, जिसके कारण उनके और राज कपूर के बीच रिश्तों में खटास आ गई.
राजीव का असफल करियर
राजीव कपूर का करियर खासा सफल नहीं रहा. उन्होंने कुल 13 फिल्मों में काम किया, लेकिन ‘राम तेरी गंगा मैली’ के अलावा उनकी सारी फिल्में फ्लॉप साबित हुईं. फिल्मों में असफलता के कारण राजीव का मनोबल टूट गया और उन्होंने एक्टिंग से दूरी बना ली. इसके बाद उन्होंने फिल्म प्रोडक्शन और निर्देशन में हाथ आजमाया, लेकिन वहां भी उन्हें ज्यादा सफलता नहीं मिली.
राजीव कपूर का प्रोफेशनल करियर तो असफल रहा ही, उनकी पर्सनल लाइफ भी खुशहाल नहीं रही. उन्होंने साल 2001 में आरती सभरवाल से शादी की थी, लेकिन यह शादी केवल 3 साल ही चल पाई और 2003 में दोनों का तलाक हो गया. शादी के बाद राजीव ने फिल्म इंडस्ट्री से दूरी बना ली.
आखिरी दिनों का संघर्ष
राजीव कपूर के जीवन के आखिरी साल भी संघर्ष भरे रहे. 9 फरवरी 2021 को उनका निधन हो गया. उनके भाई ऋषि कपूर भी कुछ समय पहले ही इस दुनिया से चले गए थे. राजीव का जीवन एक अधूरी कहानी की तरह था, जहां टैलेंट तो बहुत था लेकिन सफलता उनके हाथ नहीं लग सकी.
आज बेशक राजीव जी हमारे बीच नहीं है, लेकिन अपनी फिल्मों और एक्टिंग से वो हमेशा हमारे बीच रहेंगे, आज उनके जन्मदिन के मोके पर प्रभात खबर की पूरी टीम उन्हें दिन से याद करती हैं.