‘आश्रम’ के इस सीन को शूट को करने वक्त रोने लगी थी अदिति पोहनकर
अदिति पोहनकर ने बॉलीवुड बबल से बातचीत में अपने माता-पिता के निधन के बाद इससे कैसे डील किया, इसे लेकर बात की. उन्होंने कहा, मैं आपसे झूठ नहीं बोलूंगी, मुझे बहुत बुरा लगा, मैं पूरी तरह टूट गई थी. उसी दौरान मैं ‘आश्रम’ की शूटिंग कर रही थी. एक सीन में मुझे अपने पिता की अस्थियों का विसर्जन करना था और उस पल मुझे सच में ऐसा महसूस हुआ कि यह मेरी असली जिंदगी का एक हिस्सा है. मुझे पहले से ही पता था कि यह होने वाला है, लेकिन मैं खुद को रोक नहीं पाई और रोती रही. सब लोग किनारे पर थे और मैं पानी में थी. मुझे लग रहा था कि मैं डूब रही हूं और मैं बस रोती ही जा रही थी. मेरे को-एक्टर ने मुझे देखा और कहा, ‘इसको कुछ हो रहा है बॉस और वह मुझे छूने से भी डर रहे थे.”
अदिति पोहनकर बोली- मैंने एक ब्रेक लिया और…
अदिति पोहनकर ने आगे कहा, जब मैं मुंबई आई थी और अगले दिन मेरे पिता चले गए. तो मैंने एक ब्रेक लिया और शोक मनाया. मैं रोई, मैंने उन्हें याद किया और फिर आगे बढ़ गई. मैं कोई सुपरमैन नहीं हूं कि अगले दिन मैं शूट करने चली जाऊंगी. मैं ऐसा नहीं कर सकती, मैंने वक्त लिया, समझा, सोचा कि यहां से आगे कैसे बढ़ें. गौरतलब है कि आश्रम का चौथा सीजन भी आने वाला है. इसकी कहानी बाबा निराला और उसके काले करतूत को लेकर है. बाबा निराला खुद को भगवान मानता है और अंधविश्वास फैलाता है.