सोंठ के सेवन के लाभ
पाचन में सुधार: बरसात के मौसम में नमी और दूषित पानी के कारण बैक्टीरिया और वायरस को तेजी से फैलने का मौका मिलता है, जिससे हमारा पाचन तंत्र प्रभावित होता है. ऐसे में सोंठ का सेवन हमारे लिए काफी लाभदायक साबित हो सकता है. इसके नियमित सेवन से पेट फूलना, अपच आदि की परेशानी दूर होती है.
सर्दी-खांसी में लाभदायक: सोंठ में एंटी-वायरल और एंटी-बैक्टीरियल, दोनों ही गुण पाये जाते हैं, इसके साथ ही इसकी तासीर भी गर्म होती है. इसी कारण बरसात में इसके सेवन से हम खांसी-सर्दी से बचे रहते हैं. आप चाहें तो रोज सोंठ के चूर्ण को शहद में मिलाकर खा सकते हैं या फिर इसके पानी का सेवन कर सकते हैं. दोनों ही तरीकों से इसका सेवन किया जा सकता है. एक चम्मच शहद में दो चुटकी सोंठ का चूर्ण मिलकार इसे हल्का गुनगुना कर चाटने से लाभ मिलता है.
इम्यूनिटी को बनाता है मजबूत: अदरक एंटी-इंफ्लामेटरी और एंटी-ऑक्सीडेंट के गुणों से भरपूर होता है. इसी कारण इसका सेवन हमारी इम्यूनिटी को मजबूत बनाता है और हम संक्रमण से बचे रहते हैं. सोंठ व काली मिर्च के पानी का सेवन हमारे शरीर को डिटॉक्स करने में भी हमारी मदद करता है.
वजन कम करने में भी सहायक: सोंठ का सेवन हमारे मेटाबॉलिज्म को तेज करने के साथ ही शरीर में जमी अतिरिक्त चर्बी को भी तेजी से पिघलाने का काम करता है. इससे हमारा वजन नियंत्रण में बना रहता है. रोज सुबह गर्म पानी में शहद और सोंठ मिलाकर पीने से वजन कम करने में मदद मिलती है.
फेफड़ों के लिए लाभदायक: रोज सोंठ और शहद का सेवन करने से हमारे फेफड़े मजबूत होते हैं और श्वसन तंत्र स्वस्थ बना रहता है. अस्थमा रोगियों के लिए सोंठ और शहद का सेवन बहुत लाभदायक होता है.
ऐसे बनायें सोंठ का पानी
एक लीटर पानी में आधा चम्मच सोंठ पाउडर डालें और उसे उबलने के लिए चढ़ा दें. जब पानी की मात्रा जलकर 750 मिली लीटर रह जाए, तब आंच बंद कर दें. अब इस पानी को एक बर्तन में निकालकर रख लें और दिनभर इसका सेवन करें. आप चाहें तो जब पानी उबल रहा हो, तब उसमें थोड़ी-सी (सोंठ का एक चौथाई) पीसी काली मिर्च भी मिला सकते हैं, इससे गले की खराश तो कम होगी ही, जोड़ों के दर्द व सूजन को कम करने में भी मदद मिलेगी.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.