प्लीहा (spleen) एक नाजुक अंग है. पारंपरिक चीनी चिकित्सा में इसे पाचन अग्नि कहा जाता है, सर्दियों की शुरुआत में गर्म खाद्य पदार्थों से पोषित कर आप इसकी सेहत को और भी मजबूत करने के साथी अपनी इम्युनिटी को बढ़ा सकते हैं
ठंडे खाद्य पदार्थों से दूर रहें – ऐसे खाद्य पदार्थ जो बहुत कच्चे या बहुत ठंडे हों उनसे परहेज करना चाहिए. अत्यधिक मात्रा में कच्ची सब्जियाँ या सीधे रेफ्रिजरेटर से निकाला गया भोजन पाचन अग्नि को ख़त्म कर देते हैं इसलिए इससे बचना चाहिए.उच्च जल सामग्री वाली हरी सलाद और कच्ची सब्जियाँ सूजन और सेल्युलाईट के संचय को बढ़ा सकती है
भोजन के बाद हर्बल चाय या काढ़ा अच्छे पाचन को बढ़ावा दे सकता है. खजूर, अंगूर, नाशपाती, आलू, ककड़ी, गाजर, तरबूज, अनाज, मुलेठी, शहद, दालचीनी और सौंफ प्लीहा को टोन करने में मदद करते हैं.
शुगर और फैट से बचें – जिन लोगों को अधिक चीनी खाने की आदत है उन्हें इसे बदलना चाहिए. क्योंकि ज्यादा चीनी अग्न्याशय पर अधिक काम करती है और यह प्लीहा के लिए अच्छी नहीं है.शराब, वसा, तेज़ शर्करा और अत्यधिक मात्रा में डेयरी उत्पाद नहीं खाना चाहिए.
अनियमित खान-पान प्लीहा की कार्यप्रणाली को प्रभावित करती है. नाश्ता न करने, प्रचुर मात्रा में या देर से भोजन करने और नाश्ता करने से प्लीहा कमजोर हो सकती है.
साबुत अनाज और दालें तिल्ली के अच्छे कामकाज को बनाए रखती है चावल, गेहूं, क्विनोआ, बाजरा, एक प्रकार का अनाज, दाल, सूखी फलियाँ, छोले और मटर को अपनी डेली डाइट में शामिल करें.
सब्जियों में मौसमी, पीली और नारंगी रंग की जड़ों और गाजर, आलू और शकरकंद जैसी सब्जियों को प्राथमिकता देना फायदेमंद है.
अगर आपकी तिल्ली अच्छे आहार के बावजूद अच्छे से काम नहीं कर रही है तो यह तनाव, अपर्याप्त व्यायाम, अत्यधिक चिंता, बीमारी, या बहुत अधिक नम जलवायु या वातावरण के का असर हो सकता है
खराब प्लीहा के लक्षणों की बात करें तो इसमें अपच, ठंडे अंग, थकान, पतला मल और सूजन शामिल है.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.