डायबिटीज में फायदेमंद
सुनने में जरूर अटपटा लगेगा लेकिन यह सच्चाई है कि अगर आप काफी को संतुलित मात्रा में और उचित समय पर पीते हैं तो डायबिटीज की समस्या में लाभ मिलता है. इसमें मौजूद कैफीन खून में शुगर के लेवल को कम करता है और इंसुलिन के उत्पादन में मदद करता है. हालांकि कॉफी की असंतुलित मात्रा में सेवन या इसमें शुगर मिलाने से यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक भी हो सकता है. इसलिए काफी को बिना चीनी मिलाए ही पीना लाभदायक होगा. हालांकि डायबिटीज की समस्या से ग्रसित लोग डॉक्टर के परामर्श से ही कॉफी पिएं.
दिमाग करे बेहतर
कॉफी में मौजूद कैफीन दिमाग को शांत और एकाग्र रखने के साथ-साथ याददाश्त को बेहतर रखता है. कई अध्ययनों में यह बात पता चला है कि संतुलित मात्रा में कैफीन का सेवन करने से डिप्रेशन, चिंता, तनाव जैसे समस्याओं से निजात पाया जा सकता है. उचित मात्रा में इसका सेवन किया जाए तो इससे दिमाग संबंधी कई समस्याओं जैसे कि डिमेंशिया ,पार्किंसंस और अल्जाइमर जैसी समस्याओं से निपटा जा सकता है.
लिवर रखे स्वस्थ
कैफीन में सूजन रोधी गुण होता है जो लीवर के सूजन को कम करके किसी भी बीमारी को बढ़ने से रोकना है. इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर के टॉक्सिंस को साफ करता है जिससे लीवर पर अतिरिक्त दबाव नहीं बढ़ पाता है. इससे लीवर की कार्य प्रणाली बेहतर रहती है. कॉफी पीने से लीवर सिरोसिस और लिवर कैंसर का खतरा भी कम रहता है. कॉफी में मौजूद यौगिकों के कारण लीवर पर फैट इकट्ठा होने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है यानी कि फैटी लीवर की समस्या से कॉफी निजात दिला सकता है.
एनर्जी बूस्ट करे और एकाग्रता बढ़ाए
कसरत करने वाले लोग अक्सर कॉफी पीकर जिम करते हैं इसके पीछे कारण यह है की कॉफी पीने से एनर्जी का लेवल बढ़ जाता है जिससे कि वर्कआउट या अन्य शारीरिक गतिविधि के दौरान पूरी एनर्जी बरकरार रहती है. दरअसल कॉफी में मौजूद कैफीन हमारे मस्तिष्क और नर्वस सिस्टम को उत्तेजित करता है जिससे थकान का अनुभव नहीं होता है और ऊर्जा का स्तर हाई बना रहता है. कॉफी में मौजूद कैफीन डोपामाइन और एड्रेनेलिन न्यूरोट्रांसमीटर की एक्टिविटी बढ़ाता है जिससे हम खुद को काफी एक्टिव पाते हैं और ज्यादा फोकस होकर काम कर पाते है.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.