केला
केला में पोटैशियम, विटामिन बी6, विटामिन सी, फोलेट, मैग्नीशियम, और कार्बोहाइड्रेट जैसे जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं. इनमें से प्रत्येक पोषक तत्व का शरीर में महत्वपूर्ण रोल होता है. शरीर में पोटेशियम की कमी से थकान ,कमजोरी और मांसपेशियों में ऐंठन की शिकायत होती है क्योंकि केला पोटेशियम का भंडार होता है इसलिए केला का सेवन इन सारी समस्याओं से निजात दिलाता है. केले में मौजूद कार्बोहाइड्रेट शरीर को लंबे समय तक एनर्जी देता है जिससे कमजोरी और थकान नही होता है.
अंडा
अंडा को प्रोटीन के सबसे अच्छे स्त्रोतों में से एक माना जाता है. अंडा में प्रोटीन के अलावा विटामिन-बी, विटामिन बी12, बायोटिन, रिबोफ्लाविन, थियामिन ,कैल्शियम, हेल्दी फैट और सेलेनियम जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व पाए जाते हैं. प्रोटीन मसल्स के लिए और शरीर के सभी अंगों के विकास के लिए जरूरी है जबकि कैल्शियम हमारे हड्डी के लिए जरूरी होता है. वही अंडे में मौजूद अन्य विटामिंस
के भी शरीर में अलग अलग तरह से लाभकारी प्रभाव होते हैं.
बादाम
बादाम कई जरूरी पोषक तत्वों से भरपूर होता है. इसमें फाइबर, प्रोटीन, आयरन , मैग्नीशियम और विटामिन ई जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं. बादाम में मौजूद फाइबर पाचन को दुरुस्त रखता है और कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मददगार होता है ,इस कारण पेट संबधी दिक्कत जैसे कब्ज, अपच, एसिडिटी ,गैस की समस्याओं से दूरी बनी रहती है.इसमें मौजूद विटामिन ए और एंटीऑक्सीडेंट पूरे शरीर को डिटॉक्सिफाई करने के साथ दिमाग को भी स्वस्थ बनाएं रखते हैं. अपने इन विशेष गुणों की वजह से शरीर को मजबूती प्रदान करने में बादाम महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
ओट्स
ओट्स फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट का बेहतरीन स्रोत होता है. इन सब के अलावे इसमें प्रोटीन,आयरन, ज़िंक और विटामिन बी जैसे पोषक तत्व होते हैं जो शरीर को कई तरह से स्वस्थ रखते हैं. ओट्स में मौजूद फाइबर पाचन को दुरुस्त रखने के साथ पेट को लंबे समय तक भरा रखता है जिससे पाचन विकार नहीं होने पाती और साथ ही शरीर को आवश्यक ऊर्जा मिलती रहती है जिस कारण थकान- कमजोरी दूर रहती है. शरीर में आयरन की कमी से थकान और कमजोरी की दिक्कत होती है,चुकी ओट्स आयरन का एक समृद्ध स्रोत होता है इसलिए ओट्स के सेवन से कमजोरी नहीं होने पाती है
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.