नवजात शिशु के लिए मालिश बहुत जरूरी है.मालिश से बच्चे को कई तरह के फायदे पहुंचते हैं. बच्चे के बेहतर विकास के लिए रोज 3-4 बार मालिश काफी जरूरी होती है. मालिश से बच्चे का ब्लड सर्कुलेशन भी बेहतर होता है. मालिश के दौरान मांशपेशियां को आराम मिलता है जोड़ों में लचीलापन आता है. मालिश के दौरान बच्चे को भी बहुत आराम मिलता है. मालिश में सबसे महत्वपूर्ण है उस तेल का चुनाव जिससे आप मालिश करते हैं. आइये बताते हैं कि किस तेल से मालिश करना कब बच्चे की सेहत के लिए सही है.
नारियल तेल से मालिश करना फायदेमंद है. नारियल तेल से मालिश करना शिशु के लिए कई मायनों में लाभकारी है. नारियल के तेल में मॉइसचराइजर के कई गुण होते हैं, जो बच्चे की नाजुक त्वचा के लिए बहुत बेहतर है. इसमें हल्की सुगंध होती है और नमी होती है. यह त्वचा को ड्राइ करने से रोकता है और नमी होने से सूखापन रूकता है. नमी होने से डायपर से होने वाले रैश भी नेचुरल तरीके से ठीक होता है.
शिशु की मालिश के लिए सरसों के तेल का भी इस्तेमाल किया जाता है. सरसों के तेल के कई गुण होते हैं जिससे बच्चे को स्वास्थ्य लाभ होता है. सरसों के तेल से मालिश बच्चे को गर्म रखने में मदद करता है, क्योंकि इसकी प्रवृति गर्म होती है. सरसों के तेल में एंटी फंगल गुणों के होने से बच्चे को विभिन्न तरह की बैक्टेरिया और फंगल संकम्रण से बचाता है.
बाजार में बच्चे की मालिश के लिए कई तरह के बेबी ऑयल मिलते हैं. बच्चे की मालिश के लिए ऐसे किसी भी तरह के तेल का इस्तेमाल ना करें, ये आपके बच्चे की सेहत के लिए नुकसान दायक हो सकता है. इसलिए ऐसे किसी भी प्रोडक्ट का प्रयोग अपने नवजात शिशु पर करने से पहले अच्छे से जांच पड़ताल जरूर कर लें.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.
Liver Health: क्या आपको पता है खानपान के अलावा ये चीजें भी करती हैं लिवर को खराब?
Benefits Of Eating Kundru: कुंदरू को भूलकर भी न करें नजरअंदाज, जानिए इसके 7 जबरदस्त फायदे
Health Tips: बरसात के मौसम में दाल के सेवन में सावधानी बरतें, नहीं हो हो जायेंगे गैस, अपच से परेशान
Mushroom During Monsoon: मानसून में खाते हैं मशरूम, तो इन बातों का जरूर रखें ध्यान