Bhagavad Gita Gyan : सबको रस लेना चाहिए भगवद् गीता का, आप भी न चूकें
Bhagavad Gita Gyan : ये उद्धरण भगवद गीता के गहरे ज्ञान को सरलता से समझने में मदद करते हैं और जीवन में आत्मनिर्भरता, कर्म, और शांति के महत्व को बताते हैं.
By Ashi Goyal | March 25, 2025 5:00 AM
Bhagavad Gita Gyan : भगवद गीता हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है, जो श्री कृष्ण द्वारा अर्जुन को दिए गए गहरे जीवन दृष्टिकोण और उपदेशों का संग्रह है. यह ग्रंथ जीवन के विभिन्न पहलुओं जैसे कर्म, भक्ति, योग और आत्मा के अस्तित्व पर प्रकाश डालता है. गीता के संदेशों में आत्म-ज्ञान, धर्म और सच्चे मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी जाती है. इसे पढ़ने और समझने से व्यक्ति को जीवन में संतुलन, शांति और वास्तविक सुख की प्राप्ति होती है, यहां भगवद गीता के प्रेरणादायक उद्धरण दिए जा रहे हैं:-
“तुम्हारा कर्म ही तुम्हारी पहचान है, इसलिए कर्म करो, फल की चिंता मत करो”
“जो होना है, वह होकर रहेगा, इसलिए हर स्थिति में आत्मनिर्भर रहो और अपने कर्तव्यों को निभाओ”
“जो भी व्यक्ति अपने दिल से शुद्ध है, वह सच्चे ज्ञान को प्राप्त करता है”
“अपने धर्म के अनुसार कार्य करने से बड़ा कोई कार्य नहीं है”
“वह व्यक्ति महान है, जो किसी भी स्थिति में न तो घबराता है और न ही अत्यधिक खुश होता है”
“जो स्वयं को समझता है, वही संसार को समझ सकता है”
“जन्म और मृत्यु के चक्कर से मुक्त होने के लिए आत्मा की पहचान आवश्यक है”
“जो लोग अपने कर्मों के परिणामों से ऊपर उठकर केवल कर्तव्य का पालन करते हैं, वही सच्चे योगी होते हैं”
“आत्मा न तो मरती है और न ही जन्म लेती है, वह केवल शरीर बदलती है”
“जो व्यक्ति अपने मन और इंद्रियों को नियंत्रित करता है, वह सभी परिस्थितियों में शांत रहता है”