13 साल तक अपने ही शरीर में कैद था यह शख्स, कहानी सुनकर हो जाएंगे हैरान
Bizarre News: एक शख्स अपने ही शरीर में कैद हो कर जी रहा था. ये शख्स न तो बोल पाता था और न ही किसी प्रकार से अपने शरीर का इस्तेमाल कर पाता था.
By Anu Kandulna | May 6, 2024 12:13 PM
Bizarre News: एक शख्स अपने ही शरीर में लंबे समय के लिए कैद था. वह न तो कुछ बोल पाता था न ही किसी प्रकार से अपने शरीर को हिला-डुला पाता था. यह रिपोर्ट है दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग के 47 वर्षीय मार्टिन पिस्टोरियस की. जब वह 12 वर्ष के थे, तब उन्हें गले में खराश हुई थी, इसे मामूली समझ कर वह स्कूल चले गए थे. पर देखते ही देखते उनकी हालत तेजी से खराब होने लगी. जब वह डॉक्टर के पास गए तो जांच में पता चला कि उन्हें ‘क्रिप्टोकोकल मेनिनजाइटिस’ है. यह एक ऐसा इंफेक्शन होता है, जो क्रिप्टोकोकस फंगस द्वारा होता है. इसमें इंफेक्शन फेफड़े से लेकर दिमाग तक फैल जाता है. इसकी वजह से उनका शरीर कमजोर होता चला गया और उन्होंने अपनी काम करने की क्षमता खो दी. वह गूंगे हो गए और व्हील चेयर से बंध गए.
उनके माता पिता को यह बताया गया कि मार्टिन को एक ऐसी बीमारी है, जिसके कारण उनकी मानसिक स्थिति बिलकुल बच्चे कि तरह हो गई थी और उनके पास जीने के लिए दो साल से भी कम समय बचा था. लेकिन उनका दिमाग 4 साल बाद फिर से काम करने लगा. वह फिर भी बोलने, चलने और हिलने-डुलने में असमर्थ थे. वह किसी को नहीं बता पा रहे थे कि उनका दिमाग फिर से काम कर रहा है.
मार्टिन बताते हैं कि कई लोग उनके साथ यह सोच कर दुर्व्यवहार करते थे कि वह कुछ भी सुन या समझ नहीं पा रहे हैं. वह अपने साथ हुए यौन शोषण की घटना के बारे में बताते हैं. वह उस दिन के इंतजार में थे कि कोई यह ध्यान दे कि उनका दिमाग फिर से काम करने लगा है. उनके जीवन में वर्ष 2001 में एक बड़ा बदलाव आया जब वह 25 साल के थे, वह जिस डे सेंटर में निवास कर रहे थे. उस सेंटर में काम रही अरोमाथेरेपिस्ट विरना वान डेर वॉल्ट ने ये देखा कि मार्टिन उनकी बोली हुई बातों पर प्रक्रिया कर रहे थे. इसके बाद फिर से उनकी जांच की गई. एक साल के भीतर उन्होंने संवाद करने के लिए कंप्यूटर प्रोग्राम का उपयोग करना शुरू कर दिया और उनके शरीर में फिर से ताकत आना शुरू हो गई. इससे उनकी तबीयत में सुधार होने लगा और वर्त्तमान में वह अपने परिवार के साथ रहते हैं और एक सफल कंप्यूटिंग व्यवसायी के रूप में काम कर रहे हैं.