तनाव कम करने में मददगार
जर्नल ऑफ साइकोफार्माकोलॉजी की एक रिपोर्ट की मानें तो कम मात्रा में एल्कोहॉल वाला ड्रिंक ब्रीजर, मूड को हल्का और बेहतर बनाने में मदद कर सकता है. ब्रीजर में मौजूद लो-एल्कोहॉल कंटेंट (करीब 4-5%) दिमाग में डोपामिन रिलीज को बढ़ाता है, जिससे इंसान को सुकून की अनुभूति होती है.
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डाइजेशन में सहायक
हार्वर्ड स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ की रिपोर्ट में कहा गया है कि कम मात्रा में एल्कोहॉल, जैसे ब्रीजर, पाचन रसों के स्त्राव को बढ़ावा देता है. रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि हल्की एल्कोहॉलिक इस ड्रिंक को भोजन के साथ लेने से डाइजेशन में सुधार हो सकता है और ब्लोटिंग की समस्या कम होती है.
सोशल कनेक्शन और मूड बूस्टर
अमेरिकन साइकोलॉजिकल एसोसिएशन की रिपोर्ट में बताया गया है कि ब्रीजर जैसी ड्रिंक्स सामाजिक मेलजोल बढ़ाने में मदद करती हैं. सीमित मात्रा में सेवन से आत्मविश्वास में थोड़ा इजाफा होता है, जिससे व्यक्ति अधिक खुलकर बात कर सकता है.
बीयर या वाइन की तुलना में कम एल्कोहॉल
ब्रीजर में बीयर (5-6%) और वाइन (12-14%) की तुलना में एल्कोहॉल की मात्रा कम होती है. ऐसे में यह उन लोगों के लिए बेहतर विकल्प माना जाता है जो केवल स्वाद और सोशल एंजॉयमेंट के लिए हल्का एल्कोहॉल लेना पसंद करते हैं.
फ्लेवर का विकल्प और बेहतर स्वाद
ब्रीजर अलग-अलग फलों के फ्लेवर में आता है- जैसे कि लाइम, स्ट्रॉबेरी, ऑरेंज, क्रैनबेरी आदि. इसका स्वाद न सिर्फ फ्रेश महसूस कराता है, बल्कि कोल्ड ड्रिंक की तरह आनंद भी देता है. इसीलिए इसे कई लोग “ड्रिंकिंग विदाउट गिल्ट” भी कहते हैं.
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Disclaimer: यह लेख विभिन्न जगहों पर छपे लेख के आधार पर तैयार किया गया है. प्रभात खबर इसकी पुष्टि नहीं करता है. न ही एल्कोहल को प्रोमोट करता है.