दीपक का हो यह पात्र
नवरात्रि के समय मिट्टी या पीतल का दीपक जलाना बहुत सही होता है. इस पात्र में दीपक जलाना बहुत शुभ होता है. इन दीप का बहुत ही अच्छे से ख्याल रखना चाहिए, क्योंकि दीपक का खंडित होना बहुत अशुभ माना जाता है. एक बार जलाया हुआ दीपक खंडित हो जाए, तो बहुत अशुभ माना जाता है. ऐसे में खंडित दीपक का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. उन्हें तुरंत बदल देना चाहिए.
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दीप के लिए इस चीज का करें इस्तेमाल
नवरात्रि के समय अखंड ज्योति या दीपक के लिए दीपक में इस्तेमाल किए जाने वाले सामान का खास ख्याल रखना चाहिए. ऐसे में दीपक में रुई की बाती, घी और शुद्ध तेल का इस्तेमाल करना चाहिए. जब एक बार दीपक तैयार हो जाए तो कपूर या माचिस का इस्तेमाल करके ही दीपक जलाना चाहिए. इसके अलावा, ये कोशिश करें कि दीपक की बाती बार-बार न बदला जाए.
इस दिशा में रखें दीपक
अखंड ज्योति को सही दिशा में रखना बहुत शुभ माना जाता है. अगर घी का दीपक जलाए हैं, तो दीपक को मां दुर्गा के दाईं ओर और तेल का दीपक जलाए हैं, तो मां दुर्गा के बाईं ओर रखें. पूजा करते समय इस बात का ध्यान रखें कि बाती को स्वयं बुझने दें.
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