Chanakya Niti: इंसान के सबसे करीबी रिश्तेदार होते है ये 6 लोग
चाणक्य नीति के अनुसार ये 6 गुण सत्य, ज्ञान, धर्म, दया, शांति और क्षमा - हमारे सबसे करीबी रिश्तेदार होते हैं.
By Pratishtha Pawar | June 24, 2025 4:50 PM
Chanakya Niti: हम सभी अपने जीवन में रिश्तों को बहुत महत्त्व देते हैं माता, पिता, भाई-बहन, पत्नी और संतान जैसे संबंध हमारे जीवन की नींव होते हैं लेकिन आचार्य चाणक्य, जो कि एक महान विद्वान, अर्थशास्त्री और नीति शास्त्र के विशेषज्ञ थे, उन्होंने कुछ ऐसे अलौकिक रिश्तों की बात की है जो किसी भी व्यक्ति को जीवन की सही दिशा देने में सहायक होते हैं. उनका कहना था कि मनुष्य के असली रिश्तेदार वे होते हैं जो उसे नैतिक, मानसिक और आध्यात्मिक रूप से मजबूत बनाएं.
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य कहते हैं-
सत्य मेरी माता है, ज्ञान मेरे पिता हैं, धर्म मेरा भाई है, दया बहन है, शांति मेरी स्त्री है और क्षमा मेरा पुत्र है ये छह मेरे बंधु हैं. – आचार्य चाणक्य
इस नीति के माध्यम से आचार्य चाणक्य यह स्पष्ट करते हैं कि कोई भी व्यक्ति केवल खून के रिश्तों से ही नहीं, बल्कि गुणों और विचारों से भी जुड़ा होता है.
1. सत्य मेरी माता है
माँ जैसा स्नेह और मार्गदर्शन देने वाला कोई नहीं होता. आचार्य चाणक्य ने सत्य को माता कहा है क्योंकि सत्य हमें सही दिशा दिखाता है, हमें जीवन में टिके रहने का बल देता है और हमारी रक्षा करता है.
2. ज्ञान मेरे पिता हैं
पिता जीवन में अनुशासन और शिक्षा का प्रतीक होते हैं. चाणक्य के अनुसार ज्ञान वही मार्गदर्शक है जो व्यक्ति को अंधकार से उजाले की ओर ले जाता है.
3. धर्म मेरा भाई है
भाई संकट में साथ देता है, रक्षा करता है. धर्म भी वैसा ही है वह सही और गलत में अंतर बताता है, और नैतिक मूल्यों का पालन करना सिखाता है.
4. दया मेरी बहन है
बहन में करुणा, ममता और सहानुभूति होती है. दया भी मनुष्य को नम्र बनाती है, दूसरों के दुःख को समझने और मदद करने की प्रेरणा देती है.
5. शांति मेरी स्त्री है
शांति जीवनसंगिनी की तरह होती है जो हर परिस्थिति में साथ देती है और जीवन में स्थिरता और संतुलन बनाए रखती है. आंतरिक शांति ही बाहरी जीवन को सफल बनाती है.
6. क्षमा मेरा पुत्र है
बेटा वंश बढ़ाता है, जीवन में उम्मीद का प्रतीक होता है. क्षमा भी वैसा ही गुण है यह हमारे कर्मों को शुद्ध करती है, ईगो को दूर करती है और मानसिक शांति देती है.
चाणक्य नीति सिर्फ राजाओं या राजनीति के लिए नहीं, बल्कि हर इंसान के जीवन के लिए अनमोल मार्गदर्शक है. इन छह गुणों को यदि कोई व्यक्ति अपनाता है तो उसका जीवन रिश्तों की गहराई से भर जाता है. ये रिश्ते खून के नहीं, बल्कि आत्मा और विचारों के होते हैं और यही रिश्ते मनुष्य को सच्चा, ज्ञानी और शांतिपूर्ण बनाते हैं.