जहां न मिले मान-सम्मान
आचार्य चाणक्य के अनुसार आपको कभी भी ऐसी किसी जगह पर कदम नहीं रखना चाहिए जहां पर आपको मान-सम्मान न मिलता हो. जब आप ऐसी किसी जगह पर जाते हैं तो आपको बेइज्जती का सामना करना पड़ता है और साथ ही आपकी इज्जत और भी ज्यादा घट जाती है. इन जगहों पर जाने से आपको कोई फायदा नहीं होता है.
ये भी पढ़ें: Chanakya Niti: करोड़ों में एक को मिलती है ये चीजें, सुख-समृद्धि और पैसों से भरा होता है जीवन
ये भी पढ़ें: Chanakya Niti: अगर किसी महिला में हों ये गुण तो हर पुरुष हो जाता है उसका दीवाना, आखिरी सांस तक रहना चाहते हैं साथ
जिस जगह पर न हो पढ़ाई का माहौल
आचार्य चाणक्य ने आपको ऐसी किसी भी जगह पर कदम रखने से मना किया है जहां पर लोग अशिक्षित हैं या फिर जहां पर पढ़ाई-लिखाई का माहौल नहीं है. जब आप ऐसी किसी जगह पर जाते हैं तो आपका पूरा जीवन बर्बाद हो जाता है.
जहां आपके दोस्त या रिश्तेदार न हों
आचार्य चाणक्य के अनुसार आपको ऐसी किसी जगह पर भूलकर भी नहीं जाना चाहिए जहां पर आपके दोस्त या फिर रिश्तेदार न रहते हों. अगर आप भूलकर भी ऐसी किसी जगह पर चले जाते हैं तो मुसीबत आने पर कोई भी आपकी मदद करने के लिए वहां पर उपलब्ध नहीं रहता है.
जहां पर नौकरी या फिर बिजनेस के अवसर न हों
चाणक्य नीति के अनुसार आपको ऐसी किसी भी जगह पर कदम नहीं रखना चाहिए जहां पर आपके लिए नौकरी या फिर बिजनेस करने के लिए अवसर न मौजूद हों. जब आप ऐसी किसी जगह पर जाते हैं तो आपको अपना पूरा जीवन एक बेरोजगार की तरह बिताना पड़ता है. जब आप बेरोजगार होते हैं तो आपका जीवन गरीबी और तकलीफों के बीच बीतता है.
ये भी पढ़ें: Chanakya Niti: जीवन में कभी नहीं होगा नकामयाबी से सामना, चाणक्य से जानें सफलता हासिल करने के अचूक मंत्र
Disclaimer: यह आर्टिकल सामान्य जानकारियों और मान्यताओं पर आधारित है. प्रभात खबर इसकी पुष्टि नहीं करता है.