चाणक्य नीति: 3 आदतें जो बना देती है घर को कंगाल, जिंदगी भर खाते हैं ठोकर
Chanakya Niti: चाणक्य नीति के अनुसार कुछ आदतें ऐसी होती हैं जो किसी भी घर को आर्थिक रूप से कमजोर बना सकती हैं. जानिए वो 3 आदतें जो बरकत को रोकती हैं.
By Sameer Oraon | July 31, 2025 5:59 PM
Chanakya Niti: भारत के महान विद्वान और रणनीतिकार में शुमार आचार्य चाणक्य ने जीवन के हर क्षेत्र में सफलता पाने के लिए कई महत्वपूर्ण नीतियां बताई थीं. फिर चाहे वह राजनीति हो, शिक्षा, रिश्ते या धन-संपत्ति. चाणक्य ने हर विषय पर गहन विचार व्यक्त किए. चाणक्य के अनुसार, कुछ आदतें ऐसी होती हैं जो किसी भी घर को आर्थिक रूप से कमजोर बना सकती हैं, भले ही उस मकान के लोग कितने भी समृद्ध क्यों न हो. आइए जानते हैं वे तीन आदतें जो अगर आपके घर में हैं, तो उन्हें तुरंत सुधारने की जरूरत है.
आलस्य सबसे बड़ा दुश्मन है
चाणक्य कहते हैं – ‘आलस्य ही मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु है.’ जो व्यक्ति काम को टालता है, अवसरों को गंवाता है और समय पर निर्णय नहीं लेता, वह चाहे जितना भी ज्ञान या संसाधन रखता हो, अंततः आर्थिक संकट में फंस ही जाता है. घर का कोई सदस्य अगर लगातार निष्क्रिय है, तो वह पूरे परिवार की उन्नति में बाधा बनता है.
चाणक्य के अनुसार जो व्यक्ति अपने आय से अधिक खर्च करता है, वह हमेशा कर्ज और चिंता में डूबा रहता है. बिना बजट के खर्च, दिखावे के लिए चीजें खरीदना या गैरजरूरी शौक पालना. ये सभी आदतें घर में धीरे-धीरे आर्थिक बोझ बन जाती है. चाणक्य सलाह देते हैं कि खर्च करने से पहले उसकी उपयोगिता और दीर्घकालिक असर जरूर सोचें.
अनुशासन की कमी
घर में अगर समय, नियम और जिम्मेदारियों का पालन नहीं होता, तो वहां वित्तीय स्थिरता भी नहीं टिकती. अनुशासनहीन जीवनशैली से न केवल आय कम होती है बल्कि बचत और निवेश की आदतें भी खत्म हो जाती हैं. चाणक्य मानते थे कि अनुशासनहीन व्यक्ति कभी भी जीवन में स्थायित्व नहीं पा सकता.