Chhath Puja 2024: दिवाली के 6 दिन बाद छठ पूजा, जानें कब है कद्दू भात
Chhath Puja 2024: यह त्योहार चार दिनों तक चलता है, और मुख्य अनुष्ठानों में डूबते और उगते सूरज दोनों को प्रार्थना करना शामिल है. भक्त, विशेष रूप से महिलाएं, उपवास रखती हैं और अपने परिवार के सदस्यों के स्वास्थ्य और कल्याण के लिए प्रार्थना करती हैं.
By Bimla Kumari | October 29, 2024 3:12 PM
Chhath Puja 2024: दिवाली के बाद छठ पूजा की तैयारी शुरू हो जाती है. नियम और मान्यता के अनुसार हर साल छठ पूजा दिवाली के 6 दिन बाद पड़ता है. ऐसे में अगर आप भी छठ पूजा का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं तो पूजा के नहाय खाए से लेकर पारण तक की जानकारी यहां सही – सही दी गई है. छठ पूजा सूर्य देव की पूजा के लिए समर्पित एक प्रमुख हिंदू त्योहार है. यह बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और नेपाल के कुछ हिस्सों में व्यापक रूप से मनाया जाता है. यह त्योहार चार दिनों तक चलता है, और मुख्य अनुष्ठानों में डूबते और उगते सूरज दोनों को प्रार्थना करना शामिल है. भक्त, विशेष रूप से महिलाएं, उपवास रखती हैं और अपने परिवार के सदस्यों के स्वास्थ्य और कल्याण के लिए प्रार्थना करती हैं.
छठ पूजा का महत्व
छठ पूजा एक बहुत कठिन व्रत है. चार दिवसीय छठ पूजा में लोग अपने घर- परिवार की सुख-समृद्धि के साथ संतान की लंबी आयु और स्वस्थ जीवन की कामना के लिए की जाती है. इस व्रत में उगते और डूबते सूर्य की पूजा की जाती है, जिससे हमें जीवन में सकारात्मक ऊर्जा मिलती है. छठ पूजा में नियमों का पालन बेहद मायने रखता है.
दिवाली के छह दिन बाद छठी मैया की पूजा का आयोजन किया जाता है. पंचांग के अनुसार, इस वर्ष 7 नवंबर की रात 12 बजकर 41 मिनट पर कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि प्रारंभ होगी. इसका समापन 8 नवंबर की रात 12 बजे होगा. इसका तात्पर्य है कि 7 नवंबर से छठ महापर्व की शुरुआत होगी. इस दिन आप संध्या के समय अर्घ्य अर्पित करेंगे, जबकि सुबह का अर्घ्य 8 नवंबर को दिया जाएगा.
छठ पूजा में प्रसाद के रूप में ठेकुआ, मालपुआ, चावल के लड्डू, फल और नारियल बांटे जाते हैं. सबसे पहले ये सारी चीजें सूर्य देव और छठी मैया को अर्पित की जाती हैं.