Chhath Puja Upay: छठी मईया कैसे होंगी प्रसन्न, करें ये 4 उपाय, पूरी होगी मनोकामना
Chhath Puja Upay: इस महापर्व को सबसे कठिन व्रतों में से एक माना जाता है. धार्मिक मान्यता है कि संतान प्राप्ति, संतान की सलामती, सुख-समृद्धि और उनकी लंबी उम्र की कामना के लिए छठ व्रत किया जाता है.
By Bimla Kumari | November 5, 2024 11:08 AM
Chhath Puja Upay: छठ महापर्व आस्था का महापर्व है. 4 दिनों तक तलने वाली पूजा को बेहद नियम और शुद्धा के साथ किया जाता है. छठ पूजा हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाया जाता है. इस दिन सूर्य देव और षष्ठी मैया की पूजा की जाती है. इस महापर्व को सबसे कठिन व्रतों में से एक माना जाता है. धार्मिक मान्यता है कि संतान प्राप्ति, संतान की सलामती, सुख-समृद्धि और उनकी लंबी उम्र की कामना के लिए छठ व्रत किया जाता है.
बिहार की शान है छठ महापर्व
से तो इस पर्व की झलक आपको पूरे देश में देखने को मिल जाएगी, लेकिन इसे मुख्य रूप से बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश के कई इलाकों समेत देश के कई हिस्सों में मनाया जाता है. इस दिन सूर्य देव की पूजा का विशेष महत्व माना जाता है और सूर्य देव को प्रसन्न करने से सूर्य दोष से मुक्ति मिलती है और संतान सुख की प्राप्ति होती है, इसलिए सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए ये उपाय अवश्य करने चाहिए, ताकि सूर्य देव की कृपा प्राप्त हो सके.
छठ पूजा के पहले दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और भगवान सूर्य की पूजा के लिए एक पाटे पर सफेद कपड़ा बिछाएं और उस पर पूर्व दिशा की ओर मुख करके सूर्य देव की मूर्ति यानी उनकी तस्वीर आदि रखें. इसके बाद उन्हें गंगा जल से स्नान कराएं, वस्त्र अर्पित करें, चावल, धूप, दीप और विशेष रूप से लाल फूल चढ़ाएं और गुड़ का भोग लगाएं, सूर्य देव बहुत प्रसन्न होंगे.
गुड़ और चावल का उपाय
छठ पर्व के दिन सुबह स्नान करने के बाद सूर्य देव को अर्घ्य दें और बहते पानी में कच्चे चावल और गुड़ प्रवाहित करें. सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए इस दिन गुड़ और दूध में पका हुआ चावल खाना चाहिए. इससे सूर्य देव प्रसन्न होते हैं.
छठ पर्व के दिन सुबह सूर्य देव को अर्घ्य देने के बाद स्थापित मूर्ति या सूर्य देव का स्मरण करते हुए पूर्व दिशा की ओर मुख करके रुद्राक्ष की माला बनाएं और प्रत्येक माला में सुरतदेव के मंत्र का जप करें, आपकी मनोकामनाएं पूरी होंगी.
दान और जल प्रवाहित करने वाली वस्तुएं
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार किसी भी व्रत का सर्वोत्तम फल दान करने से ही प्राप्त होता है. इसलिए दान जरूर करें. लाल कपड़े में गेहूं और गुड़ बांधकर दान करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. साथ ही छठ के दिन तांबे का सिक्का या तांबे का चौकोर टुकड़ा बहते पानी में प्रवाहित करें, इससे सूर्य दोष कम होता है.
(Disclaimer – सारी जानकारी पौराणिक कथाओं पर आधारित है, प्रभात खबर इसके लिए जिम्मेदार नहीं होगा.)