Garuda Purana: अगर दिखे ये संकेत तो समझ जाएं कि नजदीक है मृत्यु, यमराज आ रहे आपको लेने

Garuda Purana: गरुड़ पुराण में कुछ ऐसी घटनाओं का जिक्र किया गया है जो आपके साथ घटती है जब आपकी मृत्यु काफी करीब होती है. चलिए इन संकेतों के बारे में विस्तार से जानते हैं.

By Saurabh Poddar | February 18, 2025 12:00 PM
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Garuda Purana: गरुड़ पुराण के बारे में शायद ही कोई ऐसा हो जिसे मालूम न हो. भले ही आपने इसे पढ़ा न हो लेकिन यह किस बारे में है और इसमें कौन सी बातें बताई गयी है यह आप सभी को मालूम जरूर होगी. बता दें गरुड़ पुराण में मृत्यु से जुड़ी रोचक बातें बताई गयी है जिनके बारे में शायद ही आपको मालूम हो. आज इस आर्टिकल में हम आपको कुछ ऐसे संकेतों के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपको उस समय दिखाई देते हैं जब आपकी मृत्यु काफी ज्यादा करीब होती है. इन संकेतों के बारे में जानने के बाद आपको मृत्यु का आभास पहले से ही हो सकता है. तो चलिए इनके बारे में विस्तार से जानते हैं.

नाक का अगला हिस्सा और हाथों की रेखा न दिखना

गरुड़ पुराण की अगर मानें तो अगर किसी भी व्यक्ति को आंखों से उसके नाक के आगे का हिस्सा न दिखे तो इसका साफ़ अर्थ होता है कि उसकी मृत्यु काफी नजदीक है. केवल यहीं नहीं, जब किसी व्यक्ति की मृत्यु होने वाली होती है तो उसे अपने हाथों की रेखा भी मिटती हुई दिखाई देती है.

रहस्यमयी चीजें दिखना

गरुड़ पुराण के अनुसार जब किसी व्यक्ति की मृत्यु उसके काफी करीब आ जाती है तो उसे कई तरह की रहस्यमयी चीजें दिखाई देने लग जाती है. जब किसी की मृत्यु काफी करीब होती है तो उसे आकाश में बार-बार चमक, बाढ़ आते या फिर ब्लास्ट होते हुए दिख सकता है.

गंध न आना और सुनाई न देना

गरुड़ पुराण के अनुसार अगर दिया बुझने के बाद आपको उसमें से कोई गंध नहीं आ रही है तो यह आपकी मृत्यु का संकेत हो सकता है. केवल यहीं नहीं, अगर आप अपने दोनों ही कानों में उंगली डालते हैं और आपको कोई भी आवाज सुनाई नहीं देती है तो यह भी मृत्यु की तरफ ही इशारा करते हैं.

कुत्ते का दौड़ाना और साया न दिखना

अगर आपको घर से निकलते ही कुत्ते दौड़ाने लगते हैं और ऐसा लगातार चार दिनों से हो रहा है तो गरुड़ पुराण के अनुसार आपकी मृत्यु काफी ज्यादा नजदीक है. केवल यहीं नहीं, अगर आपको तेल या फिर परछाई में अपना साया न दिखाई दे तो यह भी काफी जल्द मृत्यु के संकेत देते हैं.

Disclaimer: यह आर्टिकल सामान्य जानकारियों और मान्यताओं पर बेस्ड है. प्रभात खबर किसी भी तरह से इनकी पुष्टि नहीं करता है.

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