Jaya Kishori Quotes: किसी को कुछ कहने से पहले 100 बार सोचें – जया किशोरी

Jaya Kishori Quotes: शब्दों का चयन सोच-समझकर करें, क्योंकि अनजाने में कही गई बातें रिश्तों को प्रभावित कर सकती हैं. जया किशोरी जी का यह विचार जीवन में संतुलन सिखाता है

By Pratishtha Pawar | March 25, 2025 8:36 AM
an image

Jaya Kishori Quotes: जया किशोरी जी की बातें जीवन में सही मार्गदर्शन देती हैं. वे हमेशा कहती हैं कि शब्दों का चयन बहुत सोच-समझकर करना चाहिए. उनका कहना है, “किसी को कुछ कहने से पहले 100 बार सोचो. अगर 100 बार नहीं सोच पा रहे हो तो एक बार खुद से पूछ लो कि जो मैं कहने जा रहा हूं, वही अगर कोई और मुझसे कहे तो मुझे कैसा लगेगा?” यह विचार हमें दूसरों की भावनाओं का सम्मान करने और अनावश्यक वाणी से बचने की सीख देता है.

Jaya Kishori Quotes on Thinking Before Speaking: कमान से निकला तीर और मुंह से निकले शब्द, कभी वापस नहीं आते

शब्द एक बार जुबान से निकलने के बाद वापस नहीं आते. अगर हम बिना सोचे-समझे कुछ कह देते हैं, तो वह सामने वाले व्यक्ति को गहरा दुख पहुंचा सकता है. कई बार गुस्से या आवेश में कही गई बातें रिश्तों को तोड़ने का कारण बन जाती हैं. जया किशोरी जी का यह विचार हमें यह सिखाता है कि किसी भी स्थिति में कुछ कहने से पहले अपनी बातों पर दोबारा विचार करें.

Jaya Kishori Life Lessons- दूसरों की जगह खुद को रखें

जया किशोरी जी का मानना है कि अगर हम अपनी कही बात को अपने लिए ही सोचें, तो हमें तुरंत एहसास होगा कि सामने वाले को कैसा महसूस होता होगा. जब हम अपनी बातों को दूसरों के नजरिए से देखने लगते हैं, तो हमारे शब्दों में संवेदनशीलता और करुणा आ जाती है. इससे न केवल हमारे रिश्ते मजबूत होते हैं, बल्कि हम दूसरों के प्रति अधिक सहानुभूति भी रखते हैं.

Learn to Speak Wisely Jaya Kishori: गुस्से में कहे गए शब्द का असर

गुस्से में इंसान अक्सर बिना सोचे-समझे ऐसी बातें कह देता है जो बाद में पछतावे का कारण बनती हैं. इसलिए, जया किशोरी जी सिखाती हैं कि गुस्से में बोलने की बजाय पहले शांत हो जाएं और सोचें कि जो आप कहने जा रहे हैं, क्या वह वाकई जरूरी है? अगर कोई और वह बात आपसे कहे, तो आपको कैसा लगेगा? इस दृष्टिकोण से सोचने पर हमें अपनी गलती का अहसास हो जाता है.

Jaya Kishori Motivational Quotes in Hindi: सकारात्मक सोच का विकास

जब हम दूसरों की भावनाओं का सम्मान करते हैं और बोलने से पहले सोचते हैं, तो इससे हमारे अंदर सकारात्मक सोच का विकास होता है. ऐसे व्यक्ति समाज में सभी का सम्मान पाते हैं और उनके रिश्ते भी मधुर रहते हैं.

जया किशोरी जी का यह सुविचार हमें सिखाता है कि जीवन में शब्दों का चयन सोच-समझकर करना चाहिए. अगर हम दूसरों की भावनाओं को समझकर बोलेंगे, तो हमारे रिश्ते मजबूत होंगे और समाज में प्रेम और सम्मान का वातावरण बनेगा. इसलिए, अगली बार जब भी आप किसी से कुछ कहने जाएं, तो 100 बार सोचें और खुद से पूछें – “अगर यही बात कोई मुझसे कहे तो मुझे कैसा लगेगा?”

Also Read: Jaya Kishori Quotes: जरूरी नहीं हर बार आपके शब्दों को सही समझा जाए – जया किशोरी

Also Read: Chanakya Niti: चाणक्य के अनुसार 36 नहीं बस होने चाहिए ये 4 गुण, जीवन में मिलेगी सफलता

Also Read: Sadhguru Quotes: जीवन को सार्थक और सफल बनाने के लिए फॉलो करें सद्गुरु के टिप

संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें

Life and Style

होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version