Mint health benefits : गर्मियों के मौसम में चटनी, सलाद और पेय पदार्थों में इस्तेमाल होनेवाला पुदीना स्वाद और ताजगी के साथ कई प्रकार की बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करने में अहम भूमिका निभाता है-
- रोजाना पुदीने की पत्ती चबाने से दांतों और मसूड़ों से खून निकलने की समस्या और पायरिया रोग में राहत मिलती है. यह एंटीसेप्टिक जैसा कार्य करता है और दांतों एवं मसूड़ों को जरूरी पोषक तत्व पहुंचाता है.
- एक गिलास पानी में पुदीने की चार से पांच पत्तियां डालकर उबालें और इस पानी से कुल्ला करने पर मुंह की दुर्गंध दूर हो जाती है.
- यदि घर के चारों तरफ पुदीने के तेल का छिड़काव किया जाये, तो मक्खी, मच्छर, चींटी सहित कई तरह के कीटाणु भाग जाते हैं.
- मासिक धर्म समय पर न आने पर पुदीने की सूखी पत्तियों के चूर्ण को शहद के साथ समान मात्रा में मिला कर दिन में दो-तीन बार नियमित रूप से सेवन करने पर लाभ मिलता है.
- हरा पुदीना पीसकर उसमें नींबू के रस की दो-तीन बूंद डालकर चेहरे पर लगाने से मुंहासों की समस्या दूर हो जाती है और त्वचा में ताजगी आती है.
- हरे पुदीने की 20-25 पत्तियां, 10-10 ग्राम मिश्री और सौंफ, काली मिर्च के 2-3 दानों को पीसकर सूती कपड़े में रखकर निचोड़ लें. इस रस की एक चम्मच मात्रा लेकर एक कप गुनगुने पानी में डाल कर पीने से हिचकी बंद हो जाती है.
- एक टब में पानी भर कर उसमें कुछ बूंद पुदीने का तेल डाल कर यदि उसमें पैर रखें, तो थकान से राहत मिलती है और बिवाइयों की समस्या भी दूर होती है.
- पुदीने का ताजा रस क्षय रोग, अस्थमा और विभिन्न प्रकार के श्वास रोगों में बहुत लाभकारी है. पानी में नींबू का रस, पुदीना और काला नमक मिलाकर पीने से मलेरिया के बुखार में राहत मिलती है.
- पुदीने की चाय में दो चुटकी नमक मिलाकर पीने से खांसी में लाभ मिलता है.
- पुदीने का ताजा रस शहद के साथ सेवन करने से बुखार दूर हो जाता है और निमोनिया से होने वाले विकार भी नष्ट हो जाते हैं.
- पेट में अचानक दर्द उठता हो, तो अदरक और पुदीने के रस में थोड़ा-सा सेंधा नमक मिला कर सेवन करें, नकसीर आने पर प्याज और पुदीने का रस मिला कर नाक में डाल देने से नकसीर के रोगियों को बहुत लाभ होता है.
- एक चम्मच पुदीने का रस, दो चम्मच सिरका और एक चम्मच गाजर का रस एक साथ मिलाकर पीने से श्वास संबंधी विकार दूर होते हैं.
- अधिक गर्मी या उमस के मौसम में जी मिचलाने पर एक चम्मच सूखे पुदीने की पत्तियों का चूर्ण और आधी छोटी इलायची के चूर्ण को एक गिलास पानी में उबालकर पीने से लाभ होता है.
- पुदीने को सुखाकर पीस लें. अब इसे कपड़े से छान कर बारीक पाउडर बना कर स्टोर कर लें. सुबह-शाम एक चम्मच इस चूर्ण को पानी के साथ लें. यह फेफड़ों में जमे हुए कफ के कारण होने वाली खांसी और दमा की समस्या को दूर करता है.
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