How to Control High Uric Acid: यूरिक एसिड को जड़ से खत्म करेगी ये दाल, जोड़ों के दर्द से तुरंत मिलेगा आराम

How to Control High Uric Acid: अगर बढ़ते यूरिक एसिड से परेशान हैं, तो मूंग दाल को अपने आहार का हिस्सा बनाएं. इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण जोड़ों के दर्द से राहत दिलाने में कारगर हैं.

By Pratishtha Pawar | February 24, 2025 1:42 PM
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How to Control High Uric Acid:  यूरिक एसिड का बढ़ना (High Uric acid) आजकल एक आम समस्या बन गई है, जो जोड़ों में दर्द, सूजन और चलने-फिरने में परेशानी जैसी दिक्कतें पैदा कर सकती है. अगर इसे समय रहते कंट्रोल न किया जाए तो यह गठिया जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है.

लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक खास दाल को अपनी डाइट में शामिल करके आप यूरिक एसिड को कंट्रोल कर सकते हैं?यह दाल ना सिर्फ शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने में मदद करती है, बल्कि हड्डियों को भी मजबूत बनाती है. आइए जानते हैं इस दाल के फायदे और यूरिक एसिड बढ़ने के 5 प्रमुख लक्षण.

5 Symptoms of High Uric acid: यूरिक एसिड बढ़ने के लक्षण

अगर शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने लगे तो कुछ खास लक्षण नजर आने लगते हैं. इन्हें नजरअंदाज करने से समस्या और बढ़ सकती है.

  1. जोड़ों में तेज दर्द – खासकर पैरों के अंगूठे, घुटनों और टखनों में दर्द महसूस होता है.
  2. सुबह शरीर में अकड़न – सुबह उठने पर शरीर खासतौर पर जोड़ों में अकड़न और जकड़न महसूस होती है.
  3. सूजन और लालिमा – प्रभावित जोड़ सूजने लगते हैं और उनमें जलन भी हो सकती है.
  4. बार-बार यूरिन आना – शरीर से अतिरिक्त यूरिक एसिड बाहर निकालने के लिए किडनी ज्यादा यूरिन बनाती है.
  5. पैरों में जलन और भारीपन – यूरिक एसिड बढ़ने पर पैरों में जलन और भारीपन महसूस होता है, जिससे चलने में परेशानी होती है.

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This Pulse Instantly Controls High Uric Acid: यह दाल करेगी यूरिक एसिड कंट्रोल

Moong dal benefits for uric acid relief: यूरिक एसिड को नियंत्रित करने के लिए मूंग दाल (Moong Pulse) सबसे अच्छी मानी जाती है. यह हल्की, पचने में आसान और प्रोटीन से भरपूर होती है, जिससे शरीर में प्यूरिन का स्तर नहीं बढ़ता.

  • कम प्यूरिन कंटेंट – मूंग दाल में अन्य दालों की तुलना में प्यूरिन की मात्रा बहुत कम होती है, जिससे यह यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में मदद करती है.
  • डायजेस्टिव फ्रेंडली – यह पेट को ठंडक देती है और पाचन को दुरुस्त रखती है, जिससे शरीर से विषैले तत्व बाहर निकलते हैं.
  • हाई फाइबर और प्रोटीन – मूंग दाल में मौजूद फाइबर और प्रोटीन मांसपेशियों को मजबूत बनाते हैं और जोड़ों के दर्द को कम करते हैं.
  • एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण – इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व सूजन और दर्द को कम करने में मदद करते हैं.

How to include Moong Pulse in diet: कैसे करें डाइट में शामिल?

अगर आप बढ़ते यूरिक एसिड को कंट्रोल करना चाहते हैं, तो मूंग दाल को अलग-अलग तरीकों से अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं.

  1. मूंग दाल की खिचड़ी – हल्की और सुपाच्य खिचड़ी शरीर को डिटॉक्स करती है.
  2. मूंग दाल का सूप – इसे रोजाना पीने से यूरिक एसिड कंट्रोल में रहता है.
  3. मूंग दाल चीला – नाश्ते में इसे शामिल करके हेल्दी और टेस्टी विकल्प बना सकते हैं.
  4. स्प्राउट्स – अंकुरित मूंग दाल को सलाद में मिलाकर खा सकते हैं.
  5. सिंपल मूंग दाल – इसे चावल या रोटी के साथ खाकर हेल्दी डाइट में शामिल किया जा सकता है.

अगर आप भी यूरिक एसिड से परेशान हैं और दवाइयों पर निर्भर नहीं रहना चाहते, तो मूंग दाल को अपनी डाइट में जरूर शामिल करें. यह न सिर्फ यूरिक एसिड को कम करने में मदद करेगी, बल्कि आपकी हड्डियों और जोड़ों को भी मजबूत बनाएगी. हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाकर और सही खानपान से इस समस्या से बचा जा सकता है.

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Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.

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