1. राष्ट्रीय मतदाता दिवस कब मनाया जाता है?
राष्ट्रीय मतदाता दिवस 25 जनवरी को मनाया जाता है. इसे हर साल मनाने का उद्देश्य मतदाता जागरूकता फैलाना और चुनाव में नागरिकों की भागीदारी बढ़ाना है. इस दिन को भारत में चुनाव आयोग द्वारा मान्यता प्राप्त की गई थी. इस दिन नागरिकों को मतदान के अधिकार और कर्तव्यों के बारे में बताया जाता है.
2. राष्ट्रीय मतदाता दिवस क्यों मनाया जाता है?
यह दिवस लोकतंत्र की मजबूती और नागरिकों की चुनावी प्रक्रिया में भागीदारी को बढ़ाने के लिए मनाया जाता है. इस दिन लोगों को यह याद दिलाया जाता है कि वोट देना उनका अधिकार और कर्तव्य है. चुनाव में भागीदारी से लोकतंत्र मजबूत होता है और बेहतर सरकार बनती है. साथ ही यह दिवस मतदाता सूची में नाम जोड़ने के प्रति जागरूकता भी फैलाता है.
3. राष्ट्रीय मतदाता दिवस की शुरुआत कब हुई थी?
राष्ट्रीय मतदाता दिवस की शुरुआत 25 जनवरी 2011 को हुई थी. भारत सरकार ने इसे चुनाव आयोग के गठन की 61वीं वर्षगांठ के मौके पर मनाने का निर्णय लिया था. इस दिन का उद्देश्य अधिक से अधिक नागरिकों को चुनाव प्रक्रिया के प्रति जागरूक करना था. तब से हर साल इस दिन को बड़े धूमधाम से मनाया जाता है.
4. इस दिन का उद्देश्य क्या है?
राष्ट्रीय मतदाता दिवस का मुख्य उद्देश्य मतदान के प्रति जागरूकता बढ़ाना है. यह दिन लोगों को यह बताने के लिए है कि उनका वोट लोकतंत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इस दिन नए मतदाताओं को मतदाता पहचान पत्र प्रदान किए जाते हैं. साथ ही यह दिन नागरिकों को चुनावी प्रक्रिया के प्रति जिम्मेदारी महसूस कराता है.
5. क्या राष्ट्रीय मतदाता दिवस के मौके पर कोई खास कार्यक्रम होते हैं?
हां, इस दिन विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. नए मतदाताओं को पंजीकरण प्रमाण पत्र दिए जाते हैं और चुनावी प्रक्रिया पर जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाते हैं. इसके अलावा, जन जागरूकता अभियानों और सेमिनारों का आयोजन भी किया जाता है. चुनाव आयोग मतदाता सूची के अद्यतन के लिए भी इस दिन का इस्तेमाल करता है.
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