शुभ समय का संकेत देती हैं ये घटनाएं, जीवन को बदलने की ओर करती हैं इशारा
Neem Karoli Baba: नीम करोली बाबा हमेशा मानव सेवा ही सच्ची पूजा है, इसी का उपदेश देते थे. वे हमेशा जरूरतमंदों की सहायता, करुणा और सकारात्मक सोच को जीवन का मूल मंत्र मानते थे. उनके अनुसार, अगर इंसान दूसरों की मदद करने का भाव रखे, तो जीवन की तमाम परेशानियां खुद-ब-खुद हल हो जाती हैं.
By Shashank Baranwal | April 11, 2025 11:18 AM
Neem Karoli Baba: नीम करोली बाबा को भारत के महान संतों में गिना जाता है, जिन्होंने आध्यात्मिकता को व्यवहारिक जीवन से जोड़ा. उन्हें हनुमान जी का अनन्य भक्त माना जाता है और उनके भक्त उन्हें हनुमान जी का साक्षात रूप भी मानते हैं. बाबा अब भौतिक रूप में हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनके विचार, शिक्षाएं और प्रेरणाएं आज भी लाखों लोगों के जीवन को रोशन कर रही हैं. उनका आश्रम उत्तराखंड में स्थित है, जो कि कैंची धाम के नाम से प्रसिद्ध है. यह आस्था का ऐसा केंद्र बन चुका है जहां देश-विदेश से श्रद्धालु खिंचे चले आते हैं. नीम करोली बाबा हमेशा मानव सेवा ही सच्ची पूजा है, इसी का उपदेश देते थे. वे हमेशा जरूरतमंदों की सहायता, करुणा और सकारात्मक सोच को जीवन का मूल मंत्र मानते थे. उनके अनुसार, अगर इंसान दूसरों की मदद करने का भाव रखे, तो जीवन की तमाम परेशानियां खुद-ब-खुद हल हो जाती हैं. वे बताते हैं जब समय बदलने वाला होता है तो ये संकेत मिलते हैं.
नीम करोली बाबा के अनुसार, जब कोई व्यक्ति भजन-कीर्तन के समय इतनी भक्ति में डूब जाए कि उसकी आंखों से आंसू बहने लगें, तो यह साधारण भावुकता नहीं, बल्कि परमात्मा की उपस्थिति का संकेत होता है. ऐसे आंसू आत्मा की गहराई से निकलते हैं और दर्शाते हैं कि ईश्वर आपके भीतर उतर आए हैं. बाबा मानते थे कि ये आंसू दुख का नहीं, बल्कि परम आनंद और आत्मिक जुड़ाव का प्रतीक होते हैं. इसका अर्थ होता है कि भगवान अब आपके कष्ट हरने के लिए स्वयं साथ आ गए हैं और जल्द ही आपके जीवन में सुख और शांति का आगमन होने वाला है.
बाबा नीम करोली के अनुसार, जब किसी व्यक्ति के घर में बिना बुलाए पक्षी या जानवर आकर सहज रूप से ठहरने लगते हैं, तो यह कोई सामान्य घटना नहीं होती, बल्कि यह ईश्वर की कृपा का संकेत होता है. बाबा मानते थे कि जब प्रकृति स्वयं किसी के पास खिंची चली आए, तो समझना चाहिए कि व्यक्ति के जीवन में कोई शुभ बदलाव आने वाला है. यह संकेत हो सकता है आने वाले धन लाभ का या फिर किसी सुखद समाचार का. ऐसे लक्षण इस बात का भी संकेत होते हैं कि आपके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश हो चुका है.
भारतीय संस्कृति में साधु-संतों के दर्शन को शुभ माना जाता है. नीम करोली बाबा के अनुसार, अगर आपको अचानक किसी संत के दर्शन हो जाएं, तो यह संकेत है कि आपके अच्छे दिनों की शुरुआत होने वाली है. यह ईश्वरीय कृपा का प्रतीक होता है, जो बताता है कि आपके पुण्य कर्म अब फल देने वाले हैं. ऐसे क्षणों में व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है और भाग्य का चक्र नए मोड़ पर पहुंचता है. बाबा मानते थे कि संतों की उपस्थिति से जीवन में शांति, समृद्धि और आध्यात्मिक जागरूकता का आरंभ होता है.