बच्चे की तुलना दूसरे बच्चों से करना
कई पैरेंट्स की यह आदत होती है कि वे अपने बच्चे की तुलना दूसरे बच्चों से करते रहते हैं. चाहे वह पढ़ाई के मामले में हो या फिर किसी भी अन्य क्षेत्र में. जब आप ऐसा करते हैं तो आपके बच्चे के अंदर आत्मसम्मान खत्म हो जाता है और साथ ही उसका खुद पर भरोसा भी नहीं रह जाता है. उन्हें ऐसा महसूस होने लगता है कि वे जीवन में कुछ भी अच्छा हासिल नहीं कर सकते हैं. जब लंबे समय तक ऐसा होता रहता है तो आपके बच्चे के मेंटल हेल्थ पर भी इसका काफी गहरा प्रभाव पड़ता है.
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बच्चे से हद से ज्यादा उम्मीद रखना
पैरेंट्स में एक यह भी बुरी आदत होती है कि वे अपने बच्चों से हद से ज्यादा उम्मीद रखना शुरू कर देते हैं. अगर आप भी ऐसा करते हैं और उनपर प्रेशर डालते हैं तो बता दें आपकी यह गलती उनके मेंटल हेल्थ को बुरी तरह से डैमेज कर देता है. जरूरी नहीं है कि आपका बच्चे हर फील्ड में आगे ही हो और हर बार उसे सिर्फ सफलता ही हाथ लगे. ऐसे में अगर आप अपने बच्चे पर बेवजह का दबाव बनाते हैं तो इसका सीधा असर उनके दिमाग पर पड़ता है.
गलती करने पर सिर्फ डांटना
गलतियां करना बच्चों के लिए काफी ज्यादा जरूरी है क्योंकि इन्हीं से वे जीवन में नयी चीजें सीखते हैं. ऐसे में अगर आपके बच्चे गलती कर देते हैं और उन्हें समझाने की जगह पर आप उन्हें डांट लगा देते हैं तो यह आपकी काफी बड़ी गलती हो सकती है. आपको कभी भी अपने बच्चों को डांटना नहीं चाहिए बल्कि अगर वे गलती करें तो उन्हें प्यार से समझाना चाहिए. जब आप बात-बात पर अपने बच्चे को डांटने लगते हैं तो उनके मन में एक डर बैठ जाता है और वह जीवन में कुछ भी नया करने से पहले घबराने लग जाता है.
हर बात पर रोक-टोक करने की आदत
हर पैरेंट की यह चाहत होती है कि वे अपने बच्चों को मुसीबतों से सुरक्षित रखें. ऐसे में उन्हें सुरक्षित रखने के लिए पैरेंट्स कई बार उनके हर एक चीज में रोक-टोक करना शुरू कर देते हैं. जब आप ऐसा करते हैं तो आपके बच्चे के मेंटल ग्रोथ पर इसका काफी बुरा असर पड़ता है. जब आप उन्हें हर बात पर रोकने टोकने लग जाते हैं तो वे जीवन में कभी भी खुद से फैसला नहीं ले पाते हैं. उनका खुद पर से भरोसा खत्म हो जाता है और वे छोटी से छोटी चीज के लिए आप पर निर्भर हो जाते हैं. आपकी यह गलती उनके आत्मविश्वास को पूरी तरह से खत्म कर देती है.
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