Parenting Tips: बच्चे की ये आदतें बतलाती हैं कि उन पर पड़ रहा है माता-पिता के झगड़ों का असर
Parenting Tips: अगर आपके और आपके पार्टनर के बीच झगड़े होते हैं, तो इस लेख में यह बतलाया जा रहा है कि वो कौन से ऐसे संकेत हैं, जिसके आधार पर यह पता लगाया जा सकता है कि आपके इन झगड़ों का आपके बच्चे पर कोई बुरा असर तो नहीं पड़ रहा है.
By Tanvi | September 15, 2024 2:24 PM
Parenting Tips: माता-पिता के बीच होने वाले छोटे-छोटे झगड़े बच्चे के जीवन पर बहुत गहरा प्रभाव पैदा कर देते हैं. कम उम्र के बच्चों पर इस स्थिति का असर और गहरा नजर आता है, जिस कारण बच्चों के व्यवहार में कुछ बदलाव भी देखा जा सकता है. कोई भी माता-पिता यह कभी नहीं चाहते हैं कि उनके बच्चे पर उनके झड़गे का बुरा प्रभाव पड़े और वो अक्सर बच्चे में अपने झगड़े के कारण होने वाले बदलावों को समझ भी नहीं पाते हैं. अगर आपके और आपके पार्टनर के बीच झगड़े होते हैं, तो इस लेख में यह बतलाया जा रहा है कि वो कौन से ऐसे संकेत हैं, जिसके आधार पर यह पता लगाया जा सकता है कि आपके इन झगड़ों का आपके बच्चे पर कोई बुरा असर तो नहीं पड़ रहा है.
चिड़चिड़ा होना
अगर आपका बच्चा छोटी-छोटी बातों में चिड़चिड़ाहट दिखाता है और उसके चेहरे पर आपने ज्यादातर गुस्से के भाव देखे हैं तो, आपको सावधान हो जाना चाहिए, क्योंकि बच्चे के ये लक्षण यह संकेत दे रहे हैं कि आपका बच्चा आपके झगड़ों से चिड़चिड़ाहट और गुस्से की भावना सीख रहा है.
घर से दूर रहना
अगर आपका बच्चा बार-बार अपने घर से दूर जाने के बहाने खोजता है और अपने घर से ज्यादा उसे रिश्तेदारों या दोस्तों के साथ रहना अच्छा लगता है, तो इस आधार पर आप यह अंदाजा लगा सकते हैं कि बच्चे को अपने घर का माहौल पसंद नहीं आ रहा है और वह घर से दूर जाकर रहना ज्यादा इन्जॉय कर रहा है.
अगर आपके बच्चे ने अचानक से कम बोलना शुरू कर दिया है, तो इसके कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से एक माता-पिता के बीच होने वाले नियमित झगड़े भी हो सकते हैं, जो बच्चे के लिए तनाव का माहौल बनाते हैं.
झूठ बोलना
वैसे तो बच्चे के झूठ बोलने के भी कई कारण हो सकते हैं, लेकिन इनमें से एक कारण घर के झगड़े भी होते हैं, क्योंकि बच्चों को इस बात का डर होता है कि कहीं उसके सच बोलने से, घर में तनाव की स्थिति ना बढ़ जाए और इससे बचने के लिए वह कई बार झूठ का सहारा लेते हैं.
माता-पिता की लड़ाई का बुरा असर बच्चे के दिमाग पर भी पड़ता है, जिससे बच्चे का दिमाग कमजोर जो जाता है, क्योंकि घर में होने वाले तनाव उनके सोचने, समझने और याद करने की शक्ति पर बुरा असर डालते हैं.