Premanand Ji Maharaj: शरीर पर देवी-देवताओं के टैटू बनवाना पड़ सकता है भारी- प्रेमानंद महाराज ने बताया कारण
Premanand Ji Maharaj: ऐसे में सत्संग में अये हुए व्यक्ति को महाराज खुद से भी कई तरह के ज्ञान किी बातों को बताते हैं, इसी कड़ी में उन्होंने में बताया है कि शरीर पर भगवान के चित्र यानि टैटू क्यों नहीं बनवाना चाहिए. इस आर्टिकल में आपको बताएंगे कि प्रेमानंद महाराज ने क्या बताया.
By Prerna | May 26, 2025 11:38 AM
Premanand Ji Maharaj: अभी के समय में श्री संत प्रेमानंद महाराज की लोकप्रियता बढ़ती जा रही है. प्रेमानंद महाराज सत्संग के माध्यम से लोगों को जीवन में सही मार्ग दर्शन करवाते हैं और राधा रानी व सनातन धर्म से जुड़ी अहम बातों की जानकारी देते हैं. इसी के साथ सत्संग में आए हुए लोगों के सवालों के जवाब भी देते हैं, जीसस उन्हें अपनी परेशानियों का हल मिल जाता है. ऐसे में सत्संग में अये हुए व्यक्ति को महाराज खुद से भी कई तरह के ज्ञान किी बातों को बताते हैं, इसी कड़ी में उन्होंने में बताया है कि शरीर पर भगवान के चित्र यानि टैटू क्यों नहीं बनवाना चाहिए. इस आर्टिकल में आपको बताएंगे कि प्रेमानंद महाराज ने क्या बताया.
जीवन में पड़ता है शुभ- अशुभ प्रभाव
प्रेमानंद महाराज का कहना है कि देवी-देवताओं के नाम में बेहद शक्ति होती है. जो लोग नियमित रूप से भगवान के नाम का जापकरते हैं, उन्हें अपने पापों से मुक्ति मिल जाती है. लेकिन जिस तरह भगवान के नाम जाप से जुड़े नियम होते है. ठीक उसी तरह देवी-देवताओं के चित्र बनवाने का भी शुभ और अशुभ प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर पड़ता है.
टैटू बनवाना न पड़ जाए भारी
प्रेमानंद महाराज के अनुसार शरीर के किसी भी यंग पर कभी-भी देवी-देवताओं के नाम का चित या फिर उनकी फ़ोटो टैटू के रूप में नहीं बनवानी चाहिए. इससे कहीं न कहीं आप पाप के भागी बन सकते हैं. जब व्यक्ति स्नान करेगा, तो उस समय वो जल उसी टैटू के ऊपर से होकर पैरों में जाएगा. इसस उस नाम का अपमान होगा और जिस व्यक्ति ने टैटू बनवाया है उसे पाप लगेगा. इसके अलावा दिन भर में कुछ ऐसी चीजों से होकर गुजरते हैं जो कि अपवित्र माना जाता है. ऐसे में इस दौरान देवो-देवताओं के नाम और चित्र यानि टैटू भी अपवित्र हो जाती है. इसस भगवान का अपमान होगा, जिससे आपको उनके आशीर्वाद की जगह गुस्सा का भी सामना करना पड़ सकता है.
मेहंदी में नहीं होनी चाहिए चित्र
टैटू के अलावा अगर मेहंदी में भी अगर कभी गलती से भगवान का चित्र बनाई जाती है तो उससे भी लोगों को दोष लगता है. इसलिए मेहंदी में कभी भी देवी-देवताओं के नाम और चित्र नहीं बनवाना चाहिए. इससे आप जाने-अनजाने में भगवान का अपमान कर रहे हैं और आपको उनक क्रोध को भी सहना पड़ सकता है.