Premanand Ji Maharaj: अपराध से कम नहीं इन चीजों को वृंदावन से बाहर ले जाना, जानें कारण
Premanand Ji Maharaj: प्रेमानंद जी महाराज भक्तों और श्रद्धालुओं को कुछ चीजें वृंदावन से बाहर ले जाने से मना करते हैं. इन चीजों को घर ले जाना बहुत अशुभ माना जाता है.
By Shashank Baranwal | January 15, 2025 4:38 PM
Premanand Ji Maharaj: भगवान श्रीकृष्ण की जन्म स्थली वृंदावन हिन्दुओं के लिए बहुत महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है, क्योंकि वृंदावन में ही भगवान श्रीकृष्ण ने लीलाएं की हैं. यहां हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन करने के लिए आते हैं. दर्शन के बाद लोग वृंदावन के प्रसाद स्वरूप कुछ चीजें जरूर खरीदकर घर ले जाते हैं. लेकिन प्रेमानंद जी महाराज भक्तों और श्रद्धालुओं को कुछ चीजें वृंदावन से बाहर ले जाने से मना करते हैं. उन्होंने कहा है कि इन चीजों को घर ले जाना बहुत ही अशुभ होता है. ऐसे में आइए जानते हैं कि प्रेमानंद जी महाराज ने ले जाने से मना किया है.
प्रेमानंद जी महाराज ने अपने सत्संग में श्रद्धालुओं और भक्तों को बताया है कि दर्शन के बाद वृंदावन और ब्रज के बाहर कभी भी गिरिराज की मूर्ति को नहीं ले जाना चाहिए. यह बहुत ही अशुभ माना जाता है. उन्होंने कहा कि गिरिराज की मूर्ति ले जाना पाप के अंतर्गत आता है.
वृंदावन धाम के दर्शन के बाद कुछ श्रद्धालु ब्रज की तुलसी को अपने साथ घर ले जाते हैं. ऐसे में प्रेमानंद जी महाराज ने बताया कि ब्रज की धरती से तुलसी को किसी दूसरी जगह नहीं ले जाना चाहिए. यह अशुभ होने के साथ बहुत बड़ा अपराध माना जाता है. ऐसे में इंसान को तुलसी को घर ले जाने से बचना चाहिए.
प्रेमानंद जी महाराज ने यह भी बताया कि इंसान को वृंदावन से किसी पशु-पक्षी को ले जाना अपराध माना जाता है. इसे घर ले जाना बहुत ही अशुभ होता है, क्योंकि ये पशु-पक्षी अपने तप के कारण यहां बसे हुए हैं.
इन चीजों को ले जा सकते हैं बाहर
प्रेमानंद जी महाराज ने बताया कि श्रद्धालु अगर कुछ चीजों को वृंदावन की निशानी के तौर पर घर ले जाना चाहते हैं, तो चंदन, रंग, पंचामृत और कान्हा जी के कपड़े ले जा सकते हैं. ये चीजें घर ले जाना बहुत ही शुभ माना जाता है.