कॉल-मैसेज करने से खुद को रोकें
जब आपका पार्टनर आपकी कॉल और मैसेज को इग्नोर कर रहा, उसका जवाब ने दे रहा हो तो बार-बार कॉल न करें. इससे वो ज्यादा आक्रोशित को सकता है और बात बिगड़ सकती है. ऐसे में आपको धैर्य से काम लेना होगा. उसके ऑफिस टाइम या मीटिंग टाइम पर बिल्कुल ऐसी गलतियां नहीं करनी चाहिए. आप एक या दो बार ट्राइ करें और अच्छी मैसेज छोड़ सकते हैं. जिससे उसे चिड़चिड़ापन न हो.
अपने पार्टनर से सभी बातें खुलकर करें
जब कभी आपको ऐसा एहसास होने लगता है कि आपका पार्टनर आपको नजरअंदाज कर रहा हो, तो एक अच्छा समय निकाल कर सारी बातें को खुलकर करना चाहिए कि आखिर कौन सी बात है जिसकी वजह से वो आपको इग्नोर कर रहा है, या कॉल और मैसेज का जवाब नहीं दे रहा. आपको ये हमेशा याद रखना चाहिए कि उस वक्त आपको चिल्ला कर या उलझना नहीं होगा, शांत दिमाग से बात करें, एक दूसरे की बात को समझने की कोशिश करें, और अपने रिश्तों को टाइम दें.
पार्टनर को समय दें, कुछ नई बातें करते रहें
जब आपको लगने लगे की आपका पर्टनर आपके साथ खुश नहीं है उसकी हरकते अलग है या आपको इग्नोर कर रहा हो, इन बातों को नोट करें पार्टनर को टाइम दें. किसी भी रिश्ते के लिए टाइम बहुत महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि हो सकता है वो किसी बात को लेकर परेशान है, जिसकी वजह से वो आप पर ध्यान नहीं दे पा रहा हो.
खास दोस्त या परिवार से लें सलाह
ऐसी स्थिति में एकदम से कोई भी फैसला लेने से बचे. अपने मन की बातों को पहले अपने पार्टनर के साथ शेयर करें. जब कोई विकल्प नजर न आए तब अपने दोस्तों या परिवार से बात करें. हो सकता है उनसे बात करने पर कोई रास्ता निकल आए. जो आपके रिश्ते को टूटने से बचा सकें.
अपनी इन आदतों को बदलें तो रहेंगे खुश
जब आपको लगता है कि कुछ दिन पहले तक सबकुछ ठीक था, लेकिन धीरे-धीरे आपका पार्टनर आपकी बातों को महत्व न दे रहा हो तो सबसे पहले अपनी आदतों को बदले. जैसे- बार बार कॉल न करें, उनको खुद के लिए भी टाइम दें. अपने प्यार का एहसास दिलाएं. उनका विश्वास जीते, अपना विश्वास दिलाएं. छोटी-छोटी बातों में भी खुश रहें.