Sadhguru Parenting Tips for Summer Vacation: सद्गुरु ने बताया बच्चों के साथ छुट्टियां बिताने का खास तरीका
Parenting Tips for Summer Vacation: गर्मियों की छुट्टियां बच्चों के लिए न केवल मस्ती का समय होती हैं, बल्कि यह उनके मानसिक और शारीरिक विकास के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण होती हैं. अगर आप सोचते हैं कि छुट्टी का मतलब केवल बच्चों को किसी बड़े शहर या विदेश घुमाने ले जाना है, तो सद्गुरु का […]
By Pratishtha Pawar | April 27, 2025 10:38 AM
Parenting Tips for Summer Vacation: गर्मियों की छुट्टियां बच्चों के लिए न केवल मस्ती का समय होती हैं, बल्कि यह उनके मानसिक और शारीरिक विकास के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण होती हैं. अगर आप सोचते हैं कि छुट्टी का मतलब केवल बच्चों को किसी बड़े शहर या विदेश घुमाने ले जाना है, तो सद्गुरु का नजरिया कुछ अलग है. उनका मानना है कि बच्चों को प्रकृति के करीब ले जाना ही असली छुट्टी का सही अर्थ है.
Sadhguru Parenting Tips से कैसे आप अपने बच्चों की छुट्टियों को यादगार और लाभकारी बना सकते हैं.
Sadhguru Parenting Tips for Summer Vacation: बच्चों को प्रकृति से जोड़ने के आसान तरीके
1. हरियाली में सैर कराएं
सद्गुरु कहते हैं कि बच्चों को किसी शांत और हरियाली भरे स्थान पर वॉक के लिए ले जाएं. पार्क, बाग-बगीचे या गांव का वातावरण बच्चों को प्राकृतिक रूप से सुकून देता है और उनमें जिज्ञासा भी बढ़ाता है.
2. छोटी बोट राइड कराएं
जरूरी नहीं कि बच्चों को बड़े एडवेंचर पार्क ले जाएं. किसी नदी, झील या तालाब में एक साधारण सी बोट राइड कराएं. यह अनुभव बच्चों को पानी के प्रति सहजता और प्रकृति से प्यार करना सिखाता है.
3. पानी, मिट्टी और सूरज से दोस्ती कराएं
बच्चों को पानी में खेलना, मिट्टी में हाथ गंदा करना और सुबह-सुबह सूरज की रोशनी में दौड़ना जैसे प्राकृतिक अनुभव दें. इससे उनका शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है.
4. टेक्नोलॉजी से ब्रेक दिलाएं
छुट्टियों में बच्चों को गैजेट्स से थोड़ा दूर रखें और उन्हें प्रकृति के बीच समय बिताने का अवसर दें. इससे उनकी रचनात्मकता और मानसिक संतुलन में सुधार होगा.
5. स्वयं भी प्रकृति से जुड़ें
सिर्फ बच्चों को ही नहीं, बल्कि खुद को भी प्रकृति के साथ जोड़ें. जब बच्चे आपको मिट्टी, पानी और हरियाली से खेलते देखेंगे, तो वे खुद भी उसे अपनाने में खुशी महसूस करेंगे.
अगर आप गर्मियों की छुट्टियों में इन छोटे-छोटे प्रयासों को अपनाते हैं, तो न केवल आपके बच्चों का स्वास्थ्य बेहतर रहेगा, बल्कि वे जीवनभर प्रकृति से जुड़े रहेंगे.