Shardiya Navratri 2024: पीरियड्स के दौरान कैसे रखें व्रत? ऐसे करें देवी दुर्गा की आराधना
Shardiya Navratri 2024: महिलाएं के लिए उस दौरान चिंता का विषय बन जाता है, जब उनका मासिक चक्र शुरू होता है. महिलाएं समझ नहीं पाती है, कैसे पूजा करें, पाठ कैसे करें, भोग कैस् बनाएं और ज्योत कैसे जलाएं. आइए इस बारे में आपको पूरी जानकारी यहां मिलेगी.
By Bimla Kumari | September 29, 2024 4:05 PM
Shardiya Navratri 2024: इस बार शारदीय नवरात्रि 3 अक्टूबर से शुरू हो रही है जो 9 दिनों तक चलेगा. भक्त इस दौरान नौ दिनों का व्रत पूरी श्रद्धा से रखते हैं. इस दौरान महिलाएं बड़ी श्रद्धा से माता की अराधना करते हैं. नवरात्रि के दौरान घर में कलश की स्थापना करते हैं और ज्योति भी स्थापित करती हैं. नवरात्रि में देवी दुर्गा के 9 रूपों की पूजा करते हैं. इस दौरान सप्तमी, अष्टमी और नवमी की पूजा का खास महत्व होता है. लेकिन महिलाएं के लिए उस दौरान चिंता का विषय बन जाता है, जब उनका मासिक चक्र शुरू होता है. महिलाएं समझ नहीं पाती है, कैसे पूजा करें, पाठ कैसे करें, भोग कैस् बनाएं और ज्योत कैसे जलाएं. आइए इस बारे में आपको पूरी जानकारी यहां मिलेगी.
नवरात्रि के व्रत के दौरान अगर मासिक धर्म हो जाए तो महिलाएं ऐसे करें पूजा
आमतौर पर महिलाओं का मासिक धर्म चक्र 22 से 28 दिनों के बीच होता है. ऐसे में मासिक धर्म के बारे में तो सभी को पहले से ही पता होता है. ऐसे में अगर आपको लगता है कि नवरात्रि में पीरियड्स आ सकते हैं तो व्रत न करें, लेकिन जो महिलाएं व्रत रखना चाहती हैं, वे पहला और आखिरी व्रत रख सकती हैं. इस दौरान मां के अलावा पूजन सामग्री, कलश आदि को न छुएं, बल्कि दूर से ही मां के दर्शन करें.
अगर आप पहला और आखिरी व्रत रख रही हैं तो रोजाना दुर्गा सप्तशती का पाठ करती रहें. अगर आपको सप्तशती का पाठ याद नहीं है तो मोबाइल में देखकर पढ़ सकती हैं. पूजा किसी और से करवाएं.
अगर आपको संदेह है कि नवरात्रि के दौरान आपको पीरियड्स आ सकते हैं, तो व्रत न रखें. अगर आपको बीच में पीरियड्स आ जाते हैं और आपने व्रत रखने का संकल्प लिया है, तो भविष्य में भी व्रत रखें. इसके साथ ही पूजा खुद करने की बजाय घर के किसी अन्य सदस्य से करवाएं. इसके साथ ही आप दुर्गा सप्तशती का पाठ पढ़ या सुन सकती हैं.
मां दुर्गा का ध्यान करते रहें
जिन महिलाओं को नवरात्रि के बीच में पीरियड्स आ जाते हैं, उन्हें परेशान या निराश होने की जरूरत नहीं है. बस मन ही मन मां का स्मरण करते रहें और ध्यान करें. जिससे मां दुर्गा प्रसन्न होंगी और आपको आशीर्वाद देंगी.