काम के प्रति ईमानदार और समय का पाबंद रहे
अपने काम को समय पर और जिम्मेदारी से पूरा करें. अगर आप हर काम में भरोसेमंद बनेंगे, तो लोग और आपके सीनियर आप पर अधिक विश्वास करेंगे.
नई चीजें सीखते रहें
सिर्फ अपने काम तक सीमित न रहें. समय समय पर नई स्किल्स सीखना भी जरूरी है. इसमें सबसे जरूरी चीज है नयी तकनीक और लीडरशिप स्किल्स. इसके साथ साथ बेहतर कम्युनिकेशन स्किल्स और आत्मविश्वास. क्योंकि अगर आपकी कम्युनिकेशन स्किल्स अच्छी नहीं रहेगी तो आप अपने काम के बारे में बॉस को अच्छे नहीं बता पाएंगे. आत्मविश्वास भी उतना ही जरूरी है.
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टीम के साथ अच्छा व्यवहार करें
वर्कप्लेस पर सहकर्मियों को सहयोग करने के साथ साथ उनसे सम्मान से पेश आएं. टीम के साथ मिलकर करें यही आपको लीडरशीप का मौका दिला सकता है.
पहल करना सीखें
अगर आप कोई नया आइडिया या जिम्मेदारी खुद से लेते हैं, तो यह दर्शाता है कि आप लीडर बनने की क्षमता रखते हैं. इससे सीनियर्स को आपके अंदर तरक्की की क्षमता दिखती है.
फीडबैक को खुले दिल से लें
अगर दफ्तर में आपको कोई सलाह या सुधार करने बात कहें, तो उसे खुले दिल से स्वीकार करें. दूसरों से सीखने का नजरिया रखें और खुद को बेहतर बनाने की कोशिश करें. इससे बॉस के सामने आपकी छवि अच्छी बनेगी. अगर समस्या न गिनाएं
समस्या न गिनाएं
समस्या गिनाने की बजाय आप उसका समाधान बताएं. उन्हें बताएं कि आपको क्या जरूरत है. साथ ही यह भरोसा दें कि वह खास चीज अगर उन्हें मिल जाए तो आप उन्हें और बेहतर परिणाम दे सकते हैं.
लक्ष्य को साफ रखें
अपने लक्ष्य के प्रति सपष्ट रहें. बॉस को बताएं को लक्ष्य की प्राप्ति के लिए क्या बेहतर प्लान है. लक्ष्य की प्राप्ति न होने की स्थिति में अपने सेकेंड प्लान से रू-ब-रू कराएं. इससे लोगों को लगेगा कि आपके पास हर परिस्थिति के लिए प्लान हैं.
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