Suran ki sabji on Diwali: दिवाली पर खास तौर पर बनती है जिमींकमद की सब्जी, जानिए वजह
Suran ki sabji on Diwali: आप इस सब्जी को बनाकर भी देवी लक्ष्मी को चढ़ा सकते हैं. जिस तरह जिमीकंद जल्दी खराब नहीं होता और लगातार फल देता रहता है, उसी तरह दिवाली के दिन इस सब्जी को खाने से घर में तरक्की और खुशहाली आती है.
By Bimla Kumari | October 30, 2024 2:13 PM
Suran ki sabji on Diwali: दिवाली के मौके पर तरह-तरह के पकवान, मिठाइयां खरीदी जाती हैं और लोग इन्हें अपने घरों में बनाते भी हैं. कुछ रीति-रिवाजों और मान्यताओं के अनुसार दिवाली के दिन सूरन या जिमीकंद की सब्जी बनाने का भी रिवाज है. कुछ लोगों का मानना है कि दिवाली के पावन मौके पर सूरन की सब्जी बनाना शुभ होता है. आखिर दिवाली पर सूरन की सब्जी क्यों बनाई जाती है और इसके क्या फायदे और इसे बनाने की विधि है, यहां जानें.
दिवाली पर क्यों बनाई जाती है जिमीकंद या ओल की सब्जी?
सूरन खाना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार दिवाली के दिन सूरन या जिमीकंद की सब्जी बनाकर खाने से घर में सुख-समृद्धि आती है. इसे जड़ से काटने पर यह दोबारा उग आती है. इसी वजह से इसे सुख-समृद्धि से जोड़ा जाता है. ओल या सूरन को समृद्धि का प्रतीक माना जाता है. आप इस सब्जी को बनाकर भी देवी लक्ष्मी को चढ़ा सकते हैं. जिस तरह जिमीकंद जल्दी खराब नहीं होता और लगातार फल देता रहता है, उसी तरह दिवाली के दिन इस सब्जी को खाने से घर में तरक्की और खुशहाली आती है.
इसमें ढेर सारे पोषक तत्व होते हैं जो सेहत के लिए कई तरह से फायदेमंद होते हैं. इस सब्जी को खाने से आंखें स्वस्थ रहती हैं. आंखों की रोशनी बढ़ती है. शरीर में खून की कमी नहीं होती. ओल शरीर में हाई कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करता है. वजन घटाने के लिए भी यह सब्जी काफी फायदेमंद है. फाइबर अधिक होने की वजह से यह पाचन क्रिया को सही रखता है. मल त्याग नियमित होता है, जिससे कब्ज की समस्या नहीं होती. स्वस्थ आंत बैक्टीरिया को बढ़ावा मिलता है. पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है। अपच और गैस दूर होती है.
कभी-कभी कुछ लोगों को सूरन या ओल खाते ही गले में खुजली होने लगती है. इससे गला कट जाता है. इसे बनाने से पहले उबालना बेहतर होता है. सबसे पहले सूरन को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें. जब आप सूरन को काटें तो हाथों पर सरसों का तेल लगाएं. इससे खुजली कम होगी. एक पैन में तेल गरम करें। रतालू डालकर भूनें. अब इसे निकाल लें. प्याज और लहसुन का पेस्ट बनाकर इसी तेल में भूनें. मिर्च पाउडर, हल्दी पाउडर, धनिया पाउडर, गरम मसाला, अमचूर पाउडर आदि डालकर भूनें. अब टमाटर का पेस्ट डालें और लाल होने तक भूनें. रतालू डालें और पानी डालकर ढककर पकाएं. जब यह गाढ़ा हो जाए तो गैस बंद कर दें. आप चाहें तो आखिर में नींबू का रस भी डाल सकते हैं.