सूर्य ग्रहण का असर भारत में नहीं पड़ेगा, लेकिन गर्भवती महिलाएं रखें इन बातों का खास ध्यान
Surya Grahan 2023: साल का पहला सूर्यग्रहण भारत में नहीं दिखेगा. ऐसा कहा जाता है कि जब सूर्यग्रहण दिखाई न दे तब उसका प्रभाव नहीं होता है . ऐसे में इस सूर्यग्रहण को लेकर ज्यादा चिंता करने की आवश्यकता नहीं है . इस सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य अपनी उच्च राशि मेष राशि में होंगे, जिसका स्वामी मंगल है.
By Prabhat Khabar Digital Desk | April 20, 2023 9:53 AM
Surya Grahan 2023: पंचांग के अनुसार, साल का पहला सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल, 2023 को पड़ेगा. यह सुबह 07 बजकर 05 मिनट से शुरू होगा और दोपहर 12 बजकर 29 मिनट पर समाप्त होगा. सूर्य ग्रहण का सीधा प्रभाव स्वास्थ्य पर पड़ता है इसलिए इस दौरान कुछ भी खाया-पिया नहीं जाता है. वहीं गर्भवती महिलाओं को विशेष रूप से सूर्य ग्रहण से सावधान किया जाता है. सूर्य ग्रहण का दुष्प्रभाव गर्भवती महिलाओं पर हो सकता है इसलिए ग्रहण के समय कुछ चीज़ों का परहेज अवश्य करना चाहिए. ग्रहण के दौरान किसी भी प्रकार का शुभ कार्य या भगवान का पूजन करना भी वर्जित माना गया है इसलिए इस अवधि में सभी मंदिरों के दरवाजे बंद कर दिए जाते हैं. इसके अलावा गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान कई तरह की सावधानियां बरतनी पड़ती हैं. मान्यताओं के अनुसार, गर्भवती महिलाओं और गर्भ में पल रहे उनके बच्चे पर ग्रहण का बुरा प्रभाव पड़ता है.
क्या न करें गर्भवती महिलाएं
गर्भवती महिलाओं को सूर्य ग्रहण के दौरान न तो ग्रहण देखना चाहिए और न ही ग्रहण के दौरान घर से बाहर जाना चाहिए.
सूर्य ग्रहण के दौरान खासतौर पर गर्भवती महिलाएं भूलकर भी चाकू-कैंची या किसी भी धारदार चीज़ का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, न ही ये चीजें हाथ में लेनी चाहिए. मान्यता है कि इससे बच्चे में शारीरिक दोष पैदा हो सकता है.
गर्भवती महिलाओं को ग्रहण शुरू होने से पहले और खत्म होने के बाद स्नान करना चाहिए. ग्रहण के दौरान स्नान नहीं करना चाहिए.
गर्भवती महिलाओं को उठने-बैठने के दौरान भी सावधानी बरतनी चाहिए और उचित आसन बनाए रखना चाहिए.
ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को धातु के गहने या वस्तुएं जैसे हेयर पिन आदि पहनने से बचना चाहिए.
गर्भवती महिलाओं को ग्रहण काल में सोना नहीं चाहिए क्योंकि ऐसा करना अशुभ माना जाता है.
सूर्य ग्रहण एक ऐसी खगोलीय घटना को कहा गया है जब चंद्रमा, सूर्य और पृथ्वी के बीच कुछ इस प्रकार से आ जाता है कि सूर्य का बिंब कुछ समय के लिए पूरी तरह से ढक जाता है और सूर्य का प्रकाश पृथ्वी पर पड़ना बंद हो जाता है. इस प्रक्रिया को ही सूर्य ग्रहण कहा जाता है. पृथ्वी और सूर्य के बीच में चंद्रमा के आ जाने से पृथ्वी पर रोशनी नहीं पहुंच पाती है जिसके कारण कुछ समय के लिए पृथ्वी के कुछ हिस्सों में दिन में भी अंधेरा दिखने लगता है. वैज्ञानिकों के मुताबिक, सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी जब एक सीधी रेखा में आ जाते हैं, तब सूर्य ग्रहण लगता है.