Bihar Tourism: बोधगया से मात्र 44 किलोमीटर दूर है ये रहस्यमय गुफाएं, जानें क्या है राज
Bihar Tourism: बराबर गुफाएं बिहार के जहानाबाद जिले का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है, जो अशोक के शिलालेखों और खूबसूरत दीवारों के लिए प्रसिद्ध है. तो आइए आपको बताते हैं बराबर गुफाओं के बारे में.
By Rupali Das | June 21, 2024 4:20 PM
Bihar Tourism: बिहार राज्य अपने गौरवशाली इतिहास, धार्मिक केंद्रों, तीर्थ स्थलों, प्राचीन मंदिरों और पुरातात्विक अवशेषों के लिए प्रसिद्ध है. यहां कई शिलालेख, ऐतिहासिक स्तंभ और पुरातन इमारतें मौजूद हैं, जो बिहार को पर्यटन स्थल के रूप में मशहूर करती है. साहित्य, कला और संस्कृति से समृद्ध इस राज्य में बराबर गुफाएं मौजूद हैं, जो पर्यटकों के बीच प्रसिद्ध है. मौर्य काल से संबंधित यह गुफाएं प्राचीन इतिहास का जीवंत उदाहरण है.
बराबर गुफाएं बिहार राज्य के जहानाबाद जिले में गया से 24 किलोमीटर दूर सुल्तानपुर में स्थित है. यह एक पुरातात्विक साइट है, जो बराबर पहाड़ियों पर मौजूद है. बराबर पहाड़ी से करीब 2 किलोमीटर दूर नागार्जुनी पहाड़ियों में स्थित गुफाओं को भी बराबर गुफाओं का ही हिस्सा माना जाता है. आप ट्रेन के माध्यम से बराबर हाल्ट पर उतरकर भी बराबर की गुफाएं आ सकते हैं.
Bihar Tourism: चिकनी और पॉलिश है यहां की अंदरूनी दीवारें
बराबर गुफाएं कई रहस्यों से भरा ऐतिहासिक स्थान है,जो अपनी उत्कृष्ट संरचना के लिए मशहूर है. ये गुफाएं बराबर और नागार्जुनी की जुड़वा पहाड़ियों में स्थित है. इस गुफा की दीवारें अंदर से चिकनी और पॉलिश हैं, जो इन गुफाओं को रहस्यमय बनाती हैं. यही कारण है इन गुफाओं की चमक अब तक सुरक्षित है. बराबर पहाड़ी की चार और नागार्जुनी पहाड़ी की तीन गुफाएं साथ मिलकर सतघर के रूप में दिखती है, इस कारण ये गुफाएं सतघरवा गुफाओं के नाम से भी प्रसिद्ध है. प्राचीन काल में निर्मित इन गुफाओं का सम्राट अशोक से भी संबंध है, इन गुफाओं की दीवारों पर अशोक के कई शिलालेख मिले हैं. राजगीर के महान राजा जरासंध ने बराबर पहाड़ पर मौजूद बाबा सिद्धनाथ मंदिर का निर्माण करवाया था, इसके प्रति हिंदुओं में अपार आस्था है. बराबर गुफाएं इतिहास, धर्म और वास्तुकला का अद्भुत मिश्रण है.