Puri में भगवान जगन्ननाथ के दर्शन को आएं तो 60 किमी दूर इस झील में बोटिंग का भी मजा लें
Odisha Tourism: चिल्का झील एशिया में मौजूद सबसे बड़ा खारे पानी का झील का है. यहां सर्दियों के मौसम में साइबेरिया, ईरान और मध्य एशिया से बड़ी संख्या में प्रवासी पक्षी आते हैं, जो इस मनोरम जगह को और आकर्षक बना देते हैं. तो आइए आज आपको बताते हैं चिल्का झील की विशेषता के बारे में.
By Rupali Das | June 21, 2024 9:35 AM
Odisha Tourism: ओड़िशा राज्य अपने प्राचीन मंदिरों अद्भुत वास्तुकला और समुद्र तट के लिए विश्व प्रसिद्ध है. यहां की कला, झरने, संरचना और पर्यावरण पर्यटकों के बीच मशहूर है. ओड़िशा में मौजूद खूबसूरत चिल्का झील एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है. यहां का शांत वातावरण और मनोरम दृश्य पर्यटकों के साथ-साथ पक्षियों को भी अपनी ओर आकर्षित करता है. अगर आप भी शांत और सुकून भरे जगहों पर जाने के शौकीन हैं, तो जरुर विजिट करें चिल्का झील.
ओड़िशा में स्थित चिल्का झील पुरी,गंजम और खुर्दा तक फैला खारे पानी का लैगून है. यह एशिया का सबसे बड़ी खारे पानी का झील है, जो चारों ओर से जंगल से घिरा हुआ है. भगवान जगन्नाथ के शहर पुरी से इसकी दूरी करीब 37 किमी है. राजधानी भुवनेश्वर से लगभग 62 किमी दूर स्थित है चिल्का झील. चिल्का की प्राकृतिक सुंदरता पर्यटकों को अपनी ओर खींचती है.
Odisha Tourism: चिल्का झील है खास
ओडिशा के प्रमुख पर्यटन क्षेत्रों में से एक है 1100 वर्ग किलोमीटर में फैला चिल्का झील.यहां से सूर्योदय और सूर्यास्त का दृश्य अत्यंत मनोरम दिखाई देता है. चिल्का में आने वाले सैलानी बोटिंग का मजा भी ले सकते हैं,जो प्रवासी पक्षियों का घर समझा जाता है. चिल्का झील के द्वीप पर मां कालिजाई का मंदिर है,जहां पर्यटक मां काली के दर्शन कर सकते हैं. यह झील 70 किमी लंबा और 15 किमी चौड़ा है. चिल्का झील का पानी बहुत ही साफ और पारदर्शी है. यह झील छोटे-छोटे अनेक द्वीपों से सुसज्जित है. यहां मौजूद नलबाना पक्षी अभयारण्य, रंभा, सतापाड़ा, बर्ड आइलैंड और ब्रेकफास्ट आइलैंड पर्यटकों के बीच आकर्षण का मुख्य केंद्र है. चिल्का झील पर्यावरण संरक्षण और प्राकृतिक सौंदर्य का अद्भुत पर्याय है.