Jharkhand Tourism: प्राकृतिक सौंदर्य की आभा बढ़ाता यह शिवालय है आस्था का केंद्र
Jharkhand Tourism: झारखंड के लोहरदगा जिले में मौजूद खकपरता शिव मंदिर में श्रावण मास में भक्तों की भीड़ उमड़ती है. इस दौरान मंदिर का दृश्य मनोरम दिखता है. तो चलिए आज आपको बताते हैं प्राचीन खकपरता शिव मंदिर के बारे में.
By Rupali Das | August 9, 2024 3:27 PM
Jharkhand Tourism: झारखंड राज्य प्रकृति संपदा से परिपूर्ण और धार्मिक स्थलों से समृद्ध भूमि है. यहां अनेकों प्राचीन मंदिर, ऐतिहासिक जगहें और खूबसूरत परिदृश्य मौजूद हैं, जो सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं. यह राज्य घूमने और तीर्थ करने की दृष्टि से बेहतरीन जगह है. यही कारण है हर वर्ष बड़ी संख्या में पर्यटक झारखंड पहुंचते हैं. सावन के मौके पर बाबा के दर्शन के लिए झारखंड में मौजूद बासुकिनाथ मंदिर, बैद्यनाथ धाम, सुरेश्वर धाम, पहाड़ी मंदिर सहित कई प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है, जिसके प्रति लोगों में अपार श्रद्धा और विश्वास है. झारखंड में स्थित इन्हीं प्राचीन शिवालयों में से एक है खकपरता शिव मंदिर, जहां श्रावण मास में भक्त बाबा के दर्शन-पूजन करने जाते हैं. अगर आप भी इस सावन झारखंड के प्रमुख शिव मंदिरों में दर्शन करने जा रहे हैं, तो जरुर विजिट करें खकपरता शिव मंदिर.
Sawan 2024: क्या खासियत है इस प्राचीन शिव मंदिर की
खकपरता शिव मंदिर लोहरदगा में स्थित एक पौराणिक स्थल है जो जिला मुख्यालय से लगभग 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. यह प्राचीन शिव मंदिर अपनी सुंदरता और शांत वातावरण के लिए मशहूर है. यह प्राचीन शिवालय सदियों से शिव आराधना का बड़ा केंद्र है. जहां भोलेनाथ की उपासना के लिए बड़ी संख्या में से शिव भक्त आते हैं. सावन और महाशिवरात्रि के मौके पर इस मंदिर का दृश्य अनोखा दिखाई पड़ता है. दूर-दूर से लोग बाबा की आराधना करने खकपरता पहुंचते हैं. इस मंदिर को लेकर भक्तों के बीच मान्यता है कि सच्चे मन से मांगी गई मन्नत यहां जरूर पूरी होती है. इस मंदिर में स्थापित शिवलिंग स्वयंभू शिवलिंग है जिसके प्रति भक्तों में अपार विश्वास है. यह मंदिर शिव भक्ति का केंद्र है. प्रकृति के सुंदर दृश्यों के बीच मौजूद यह प्राचीन शिव मंदिर हिंदू धर्म के लोगों के आस्था का केंद्र है.
खकपरता शिव मंदिर भगवान शिव को समर्पित प्राचीन शिवालय है, जो झारखंड के लोहरदगा जिले में स्थित है. खकपरता गांव में मौजूद एक छोटी पहाड़ी पर स्थित इस प्राचीन शिव मंदिर तक आने के लिए आप रेल, हवाई जहाज या निजी गाड़ी का उपयोग कर सकते हैं.
रेल मार्ग – राजधानी रांची और लातेहार के टोरी स्टेशन से जुड़ा लोहरदगा रेलवे स्टेशन खकपरता शिव मंदिर का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन है. आप आसानी से ट्रेन के माध्यम से इस प्राचीन शिवालय तक आ सकते हैं.
सड़क मार्ग – राजधानी रांची से लगभग 70 किलोमीटर दूर लोहरदगा जिले में स्थित खकपरता शिव मंदिर आने के लिए आप निजी वाहन या कैब बुक कर आ सकते हैं.
वायु मार्ग – लोहरदगा आने के लिए सबसे नजदीकी हवाई अड्डा राजधानी रांची का बिरसा मुंडा एयरपोर्ट है.