आंगन में छिपा है दुर्भाग्य का दरवाजा, बनवाते समय इन वास्तु नियमों का रखें ख्याल
Vastu Tips: जिन लोगों के जीवन में आर्थिक संकट, कर्ज या मानसिक अशांति बनी रहती है, उनके लिए वास्तु शास्त्र के कुछ आसान उपाय अत्यंत लाभकारी सिद्ध हो सकते हैं. ये उपाय बहुत जटिल नहीं होते, लेकिन इनका असर गहरा होता है. घर में छोटे-छोटे परिवर्तन कर के व्यक्ति अपने भाग्य और परिस्थितियों को बदल सकता है.
By Shashank Baranwal | April 13, 2025 9:39 AM
Vastu Tips: वास्तु शास्त्र, सनातन धर्म की एक गूढ़ विद्या है, जो केवल भवन निर्माण नहीं बल्कि जीवन की ऊर्जा को संतुलित करने का माध्यम भी है. यह मान्यता है कि हर दिशा और स्थान में विशेष प्रकार की ऊर्जा होती है, और अगर इन ऊर्जाओं को सही ढंग से व्यवस्थित किया जाए, तो जीवन में सकारात्मकता और समृद्धि अपने आप आने लगती है. जिन लोगों के जीवन में आर्थिक संकट, कर्ज या मानसिक अशांति बनी रहती है, उनके लिए वास्तु शास्त्र के कुछ आसान उपाय अत्यंत लाभकारी सिद्ध हो सकते हैं. ये उपाय बहुत जटिल नहीं होते, लेकिन इनका असर गहरा होता है. घर में छोटे-छोटे परिवर्तन कर के व्यक्ति अपने भाग्य और परिस्थितियों को बदल सकता है. ऐसे में अगर नया घर बना रहे हैं, तो आंगन बनाते समय कुछ वास्तु नियमों का जरूर ख्याल रखें, क्योंकि ये वास्तु नियम आपके घर में सुख-शांति बनाए रखने में मदद करेगी.
वास्तु शास्त्र के मुताबिक, अगर आप घर के बीचो बीच आंगन बनाने की सोच रहे हैं, तो आंगन के चारों तरफ जरूर कमरे बनवाएं. इसके अलावा, यह भी ध्यान रखें कि आंगन में सूरज की रोशनी आती रहे.
घर के आंगन को पवित्र स्थान माना गया है. वास्तु शास्त्र के अनुसार इस स्थान के देवता स्वयं ब्रह्मा जी होते हैं. इसलिए आंगन को हमेशा स्वच्छ, समतल और शुद्ध रखना आवश्यक है. यदि आंगन में गड्ढा या कीचड़ हो, तो यह न केवल अशुभ ऊर्जा को आकर्षित करता है, बल्कि ब्रह्मा जी की कृपा से भी व्यक्ति वंचित हो सकता है.
पुराने समय में घरों में आंगन मुख्य द्वार से प्रवेश करते ही मध्य भाग में बनाया जाता है, लेकिन आजकल स्थान की कमी के कारण कई लोग इसे घर के एक कोने में बनवाते हैं. ऐसी स्थिति में वास्तु शास्त्र के अनुसार आंगन के लिए पूर्व दिशा सबसे उपयुक्त मानी जाती है. पूर्व दिशा सूर्य के उदय की दिशा है और यहां आंगन होने से घर में प्राकृतिक रोशनी बनी रहती है, जिससे न केवल वातावरण शुद्ध होता है बल्कि सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी होता है.
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के आंगन या मुख्य द्वार के ठीक सामने कोई भी बड़ा पेड़ या खंभा होना शुभ नहीं होता है. ऐसा माना जाता है कि ये बाधाएं सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह में रुकावट पैदा करती हैं. खास तौर से मुख्य द्वार के सामने स्थित कोई बड़ी बाधा जैसे खंभा या पेड़ न रहे, क्योंकि यह घर में आर्थिक परेशानियों और मानसिक तनाव का कारण बन सकता है.