पढ़ाई का कमरा किस दिशा में हो?
वास्तु के अनुसार, पढ़ाई का कमरा उत्तर-पूर्व (ईशान कोण) या पूर्व दिशा में होना सबसे शुभ माना जाता है. ये दिशाएं सकारात्मक ऊर्जा और मानसिक स्पष्टता को बढ़ावा देती हैं. यदि संभव हो, तो पढ़ाई का स्थान हमेशा शांत और कम उपयोग में आने वाले कमरे में रखें. कमरे में पर्याप्त रोशनी और वेंटिलेशन का होना जरूरी है.
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किस दिशा की ओर मुंह करके पढ़ना चाहिए?
पढ़ाई करते समय विद्यार्थी का चेहरा पूर्व या उत्तर दिशा की ओर होना चाहिए. क्योंकि पूर्व दिशा विद्या और विकास की दिशा मानी जाती है. वहीं, उत्तर दिशा बुद्धि और सकारात्मक सोच को बढ़ाती है.
स्टडी टेबल कैसे रखें?
स्टडी टेबल दीवार से थोड़ी दूरी पर रखें. इससे ऊर्जा का प्रवाह बाधित नहीं होता. टेबल पर अनावश्यक सामान न रखें. साफ और व्यवस्थित टेबल आपका फोकस बढ़ाने में मदद करती है. टेबल के सामने दीवार पर मोटिवेशनल कोट्स या भगवान सरस्वती या गणेश जी का चित्र लगाना शुभ माना जाता है.
रंगों का रखें ध्यान
वास्तु शास्त्र के अनुसार, अध्ययन कक्ष की दिवार हल्के रंग का होना चाहिए. हल्का पीला, क्रीम, हल्का हरा या आसमानी रंग सकारात्मक ऊर्जा देते हैं जो मन को एकाग्र करते हैं.
क्या न करें?
पढ़ाई के कमरे में आईना या बेड न रखें
टीवी, मोबाइल या वीडियो गेम्स को स्टडी एरिया से दूर रखें.
दरवाजे के ठीक सामने बैठकर पढ़ाई न करें. यह मन को अशांत कर सकता है.
परीक्षा के पहले करें ये उपाय
- परीक्षा के दिन भगवान गणेश, सरस्वती और हनुमान जी की पूजा करें.
- घर के उत्तर-पूर्व कोने में जल से भरा तांबे का लोटा रखें, उसमें तुलसी का पत्ता डालें. यह मन की शुद्धि और आत्मविश्वास बढ़ाने में सहायक होता है.
- हर मंगलवार या शनिवार को पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाएं.
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