Vidur Niti: अहंकार में डूबा ज्ञान,विनाश की ओर पहला कदम
Vidur Niti: विदुर नीति के अनुसार वास्तविक ज्ञान उसी व्यक्ति में होता है जो अपनी अज्ञानता को स्वीकार करता है और हमेशा सीखने के लिए तैयार रहता है.
By Shinki Singh | June 12, 2025 4:09 PM
Vidur Niti: ज्ञान एक ऐसी शक्ति है जो व्यक्ति को उन्नति के शिखर पर ले जा सकती है लेकिन जब यही ज्ञान अहंकार के रंग में रंग जाता है तो यह विनाश का कारण बन जाता है. विदुर नीति का एक महत्वपूर्ण सूत्र यह है कि अहंकार से भरा ज्ञान व्यक्ति को सही मार्ग से भटका देता है और अंततः उसके पतन का मार्ग प्रशस्त करता है. यह सिर्फ एक विचार नहीं, बल्कि एक अटल सत्य है जो इतिहास के पन्नों में और हमारे दैनिक जीवन में बार-बार सिद्ध हुआ है. आइए जानते हैं कैसे अहंकार में डूबा ज्ञान विनाश की ओर पहला कदम बन जाता है.
ज्ञान के द्वार बंद करना: जब कोई व्यक्ति यह मान लेता है कि वह सब कुछ जानता है तो वह नई चीजें सीखने के लिए अपने मन के द्वार बंद कर लेता है. ऐसे में उसका ज्ञान सीमित हो जाता है और वह समय के साथ पिछड़ जाता है.
दूसरों की सलाह को नजरअंदाज करना: एक “सर्वात्मज्ञानी” व्यक्ति दूसरों की सलाह या दृष्टिकोण को महत्व नहीं देता है. वह सोचता है कि उसे किसी के मार्गदर्शन की आवश्यकता नहीं है जिससे वह महत्वपूर्ण अवसरों और सही रास्तों से भटक सकता है.
अहंकार का बढ़ना: आत्म-घमंड व्यक्ति में अहंकार को जन्म देता है. अहंकारी व्यक्ति अक्सर दूसरों को नीचा दिखाने की कोशिश करता है और अपने फैसलों में गलतियां करने पर भी उन्हें स्वीकार नहीं करता है. यह उसके पतन का कारण बन सकता है.
त्रुटियों को स्वीकार न करना: जो स्वयं को बहुत समझदार समझते हैं वे अपनी गलतियों को स्वीकार करने में कठिनाई महसूस करते हैं. वे अपनी कमियों को देखने से इनकार करते हैं जिससे वे उन्हें सुधारने का अवसर खो देते हैं.
वास्तविकता से दूर रहना: ऐसे व्यक्ति अक्सर अपनी ही बनाई हुई दुनिया में जीते हैं जहां वे स्वयं को श्रेष्ठ मानते हैं. यह उन्हें वास्तविकता से दूर कर देता है और उन्हें सही निर्णय लेने से रोकता है.
विदुर नीति का संदेश
विदुर नीति हमें विनम्रता का पाठ पढ़ाता है. विदुर नीति के अनुसार वास्तविक ज्ञान उसी व्यक्ति में होता है जो अपनी अज्ञानता को स्वीकार करता है और हमेशा सीखने के लिए तैयार रहता है. जीवन निरंतर सीखने की प्रक्रिया है और जो इस बात को समझता है वही वास्तव में समझदार कहलाता है.