Vidur Niti: भीड़ से अलग पहचान चाहिए? इन बातों पर दें खास ध्यान
Vidur Niti: विदुर नीति में महात्मा विदुर के विचार के बारे में जानने का मौका मिलता है. ये नीतियां आज के दौर में भी अहम है और लोगों का मार्गदर्शन करने में सहायक. महात्मा विदुर ने विद्वान व्यक्ति के कुछ खास गुणों के बारे में बताया है जो उन्हें बाकी लोगों से अलग बनाते हैं.
By Sweta Vaidya | June 10, 2025 8:12 AM
Vidur Niti: महाभारत में कई पात्रों के बारे में जानने को मिलता है. इन्हीं पात्रों में एक महत्वपूर्ण पात्र है महात्मा विदुर का. महात्मा विदुर की पहचान उनके ज्ञान और बुद्धिमता से होती है. उनकी असाधारण बुद्धि के कारण आज भी लोग उन्हें याद करते हैं. महात्मा विदुर के विचारों को विदुर नीति के नाम से जाना जाता है. विदुर नीति न सिर्फ व्यक्तिगत पहलुओं बल्कि सामाजिक और राजनीतिक विषयों पर भी प्रकाश डालती है. ये नीतियां सिर्फ उस समय नहीं बल्कि आज के समय में भी प्रासंगिक है और लोगों को सही गलत चीजों के लेकर सही मार्गदर्शन करने में सहायक है. विदुर नीति के मुताबिक विद्वान व्यक्ति में कुछ खास गुण होते हैं जो उसे और लोगों से अलग बनाते हैं.
विद्वान व्यक्ति के गुण
विदुर नीति के अनुसार, जीवन में सफलता को व्यक्ति के द्वारा प्रयास से भी आंका जाता है. विद्वान व्यक्ति अपनी क्षमता के अनुसार ही काम करता है और लालच नहीं करता है. विद्वान व्यक्ति की खासियत होती है कि वे किसी काम या परिस्थिति को छोटा नहीं समझते हैं. वे इस बात को अच्छे से समझते हैं कि हर काम का अपना महत्व होता है और हर व्यक्ति में कोई न कोई विशेषता जरूर होती है. इसलिए ऐसा व्यक्ति किसी का अपमान नहीं करता है.
महात्मा विदुर के मुताबिक, विद्वान और विवेकी व्यक्ति आत्मसम्मान के साथ जीवन में आगे बढ़ते हैं और दूसरों को भी सम्मान देते हैं.
विदुर नीति में बताया गया है कि विद्वान लोग अपने काम को करने से पहले दूसरे लोगों को नहीं बताते है. काम को पूरा करने के बाद ही दूसरों को जानकारी देते है. अगर आप भी किसी काम को करना चाह रहे हैं तो दूसरों के सामने इस बात का जिक्र करने से बचें जब तक लक्ष्य को हासिल न कर लें.