Vidur Niti: परिस्थिति को समझकर काम करें, सही वक्त का इंतजार ही है असली जीत
Vidur Niti: महात्मा विदुर के ज्ञान भरे विचारों को विदुर नीति के नाम से जाना जाता है. इन नीतियों में व्यक्तिगत, सामाजिक और राजनीतिक विषयों के ऊपर चर्चा की गई है. विदुर नीति आज के समय में भी प्रासंगिक है और लोगों का मार्गदर्शन करने में सहायक है.
By Sweta Vaidya | May 28, 2025 8:19 AM
Vidur Niti: महाभारत में कई ऐसे पात्र हुए हैं जिनसे सीखने को बहुत मिलता है. महात्मा विदुर महाभारत के जाने माने पात्र हैं जिन्हें ज्ञान और बुद्धि के लिए जाना जाता है. महात्मा विदुर के विचारों के संग्रह को विदुर नीति के नाम से जाना जाता है. इन नीतियों में व्यक्तिगत, सामाजिक और राजनीतिक विषयों के ऊपर चर्चा की गई है. ये नीतियां आज के समय में भी प्रासंगिक है और लोगों का मार्गदर्शन करने में सहायक है. महात्मा विदुर ने विदुर नीति में धैर्यवान व्यक्ति के बारे में बताया है. तो आइए जानते हैं इस आर्टिकल के जरिए व्यक्ति के गुणों के बारे में.
व्यक्ति के गुण
विदुर नीति के अनुसार, धीर व्यक्ति का एक महत्वपूर्ण गुण है किसी को भी कमजोर नहीं समझना. समझदार व्यक्ति सभी लोगों को साथ लेकर चलता है खासकर जो कमजोर हैं. धीर व्यक्ति किसी भी परिस्थिति में दुर्बल इंसान को कम नहीं मानता.
महात्मा विदुर के मुताबिक शत्रु के साथ सावधानी से व्यवहार करना चाहिए. बुद्धिमान व्यक्ति सोच समझकर लोगों से बात करता है और गुस्से में आकर कोई निर्णय नहीं लेता है. ये गुण धैर्यवान व्यक्ति में देखने को मिलता है. इस तरह से व्यक्ति संकट से बच भी जाता है और कोई मुश्किल आए तो उसका सामना भी कर पाता है.
कई बार लोग अपने सामर्थ्य से अधिक चीजों को करने की कोशिश करते हैं और सफल नहीं हो पाते हैं. बुद्धिमान व्यक्ति अपनी सक्षमता के अनुसार ही चीजों को करता है. व्यर्थ की बातों में समय नहीं बर्बाद करता है. बल होने पर भी व्यर्थ शक्ति प्रदर्शन नहीं करता है बल्कि समय आने पर संयम के साथ शक्ति का सही इस्तेमाल करता है.
विदुर नीति में आदर्श और धीर व्यक्ति के गुणों की चर्चा करते हुए ये बताया गया है कि ऐसा व्यक्ति समय आने पर बैठा नहीं रहता और सही काम करता है.